May 19, 2024 : 1:55 AM
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इंदौर में हज कराने के नाम पर ठगी, धूमधाम से विदाई लेकर उमरा करने निकले, विजा-टिकट लेकर भाग गया ठग

इंदौर में सैकड़ों लोगों से ठगी का मामला सामने आया है। ठग इतना शातिर की शिकायत के पूर्व ही जेल में बंद हो गया। पुलिस अब उसके रिमांड की तैयारी कर रही है। इंदौर के अलावा भोपाल, रायसेन, सागर जिले में भी शिकायत हुई है। आरोपित ने सैकड़ों हज यात्रियों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है। हज जाने के लिए धूमधाम से रवाना हुए यात्रियों को ठग के कारण मायूस होकर लौटना पड़ गया।

मामला चंदन नगर थाना क्षेत्र का है। छबड़ा (राजस्थान) निवासी जहूर अहमद की शिकायत पर अब्दुल मलिक खान पर केस दर्ज हुआ है। जहूर वक्फ बोर्ड कमेटी में नौकरी करते है। आरोप है कि तीन साल पूर्व आरोपित खान से हज और उमरा के लिए संपर्क हुआ था। खान की धार रोड़ पर अल मलिक हज उमरा के नाम से कंपनी है। उसने तीन लाख छह हजार रुपये प्रत्येक व्यक्ति के हिसाब से हज का आश्वासन दिया और 42 लाख 90 हजार रुपये ले लिए। अचानक संक्रमण फैल गया और कोरोना के कारण दुबई सरकार ने यात्रा पर रोक लगा दी।

इसी वर्ष यात्रा शुरू हुई तो खान ने उमरा यात्रा भी जोड़ ली और 34 लाख 20 हजार रुपये और ले लिए। कुल 77 लाख रुपये लेने के बाद यात्रियों को मुंबई रवाना कर दिया। रिवाज के मुताबिक हज और उमरा जाने वाले यात्रियों के रिश्तेदार-स्वजन ने सामूहिक दावत दी। विदाई देने के लिए दूर-दूर से रिश्तेदारों को बुलाया गया। उन्हें नए वस्त्र भेंट किए। ढोल ताशों के साथ रेलवे स्टेशन तक छोड़ने गए।

विदा होते वक्त गले लगकर भावुक भी हुए। जब मुंबई पहुंचे तो पता चला एजेंट अब्दुल मलिक खान का मोबाइल ही बंद है। रातभर इंतजार के बाद भी यात्रियों के बीजा और पासपोर्ट नहीं पहुंचे। पता चला ऐसा भोपाल, राजगढ़, सारंगपुर, रायसेन, सिहोर के सैकड़ों यात्रियों के साथ हुआ है। आरोपित ने करोड़ों रुपयों की चपत लगाई है।

जेल जाने के लिए दोस्त से रिपोर्ट लिखवाई, एसडीएम से झगड़ा

निराश होकर लौटे यात्रियों ने जब खान की जानकारी जुटाई तो पता चला वह देपालपुर जेल में बंद है। पांच सितंबर को ही उसने साजिश के तहत दोस्त असलम से विवाद किया और गौतमपुरा थाना में खुद की शिकायत करवा दी। केस तो नहीं बनता था, लेकिन पुलिस ने झगड़े की आशंका देखते हुए प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी।पुलिसकर्मी एसडीएम के पास ले गए तो अब्दुल मलिक खान ने एसडीएम से झगड़ा किया, ताकि गुस्से में जेल वारंट बना दे। एसडीएम ने उसको जेल भेजने के आदेश दिए और खान ने जमानत न करवाते हुए वारंट बनवा लिया।

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