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फेडरल रिजर्व ने ऐसी 750 कंपनियों की सूची जारी की, जिनके कॉरपोरेट बांड की वह खरीदारी करेगा

  • कॉरपोरेट बांड खरीदने पर 56.65 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगा फेड
  • अपने इतिहास में पहली बार कॉरपोरेट बांड खरीद रहा है फेडरल रिजर्व

दैनिक भास्कर

Jun 29, 2020, 02:40 PM IST

नई दिल्ली. अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने ऐसी करीब 750 कंपनियों की एक सूची जारी की है, जिनके कॉरपोरेट बांड की वह अगले कुछ महीनों में खरीदारी करेगा। इन कंपनियों में एपल, वालमार्ट और एक्सॉनमोबिल जैसी कंपनियां भी शामिल हैं। फेड कंपनियों के कॉरपोरेट बांड की खरीदारी इसलिए करना चाहता है, ताकि कर्ज की लागत कम रहे।

86 कंपनियों के बांड खरीदने पर 3,241 करोड़ रुपए खर्च कर चुका है फेड

फेड ने साथ ही कहा कि इनमें से 86 कंपनियों के कॉरपोरेट बांड वह अब तक खरीद चुका है। इस खरीदारी पर करीब 42.9 करोड़ डॉलर (करीब 3,241 करोड़ रुपए) खर्च हुआ है। जिन कंपनियों के बांड की खरीदारी फेड कर चुका है, उनमें एटीएंडटी, वालग्रींस, माइक्रोसॉफ्ट, फाइजर और मैराथन पेट्र्रोलियम भी शामिल हैं।

महामारी से डरे निवेशकों ने सभी प्रकार की प्रतिभूतियों से किनारा कर लिया है

फेड ने मार्च में कहा था कि वह अपने इतिहास में पहली बार कॉरपोरेट बांड खरीदेगा। इसका कारण यह है कि कोरोनावायरस महामारी के कारण डरे हुए निवेशकों ने नकदी जमा करनी शुरू कर दी है और उन्होंने  अधिकतर प्रतिभूतियों से किनारा कर लिया है। इसके कारण कई प्रकार की ब्याज दरों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और कंपनियों के लिए बांड जारी कर नया कर्ज लेना लगभग असंभव हो गया है।

कॉरपोरेट बांड खरीदारी की घोषणा कर फेड कॉरपोरेट बांड बाजार में विश्वास पैदा करने में सफल रहा

हालांकि फेड ने जब कहा था  कि वह 750 अरब डॉलर (56.65 लाख करोड़ रुपए) के कॉरपोरेट बांड की खरीदारी करेगा, तो निवेशकों ने फिर से बांड खरीदना शुरू कर दिया। इसके कारण बड़ी संख्या में कंपनियों ने बड़े  पैमाने पर नए बांड जारी किए। हाल के आर्थिक रिसर्च में पाया गया है कि सिर्फ कॉरपोरेट बांड खरीदारी कार्यक्रम की घोषणा करने से ही फेड कॉरपोरेट बांड बाजार में विश्वास पैदा करने में सफल रहा।

सस्ता कर्ज सुनिश्चित कर फेड कंपनियों को कर्मचारियों की छंटनी करने से भी रोकना चाहता है

फेड के चयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि बड़ी कंपनियां कर्ज ले सकती हैं, ऐसा सुनिश्चित कर फेड उन कंपनियों को कर्मचारियों की छंटनी करने से रोकना चाहता है। लेकिन कंपनियों के लिए अपने सभी कर्मचारियों को नौकरी पर रखना जरूरी नहीं है। बांड खरीदारी में तरफदारी की आलोचना की संभावना को खत्म करने के लिए फेड ने दो सप्ताह पहले कहा था कि वह एक ब्रॉड मार्केट इंडेक्स को फॉलो करेगा और विभिन्न प्रकार की कंपनियों के बांड की खरीदारी करेगा। इस इंडेक्स में उपभोक्ता उत्पाद कंपनियों का वेटेज करीब एक तिहाई है। युटिलिटीज का वेटेज 10 फीसदी और एनर्जी कंपनियों का वेटेज 9 फीसदी से ज्यादा है। इंडेक्स में बीमा कंपनियां भी हैं, लेकिन एक भी बैंक नहीं है।

अच्छी रेटिंग वाले कॉरपोरेट बांड ही खरीदेगा फेड

फेड सिर्फ वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियों के उच्च रेटिंग वाले बांड खरीदेगा या फिर उन कंपनियों के बांड की खरीदारी करेगा, जिनकी रेटिंग महामारी से पहले काफी अच्छी थी। हर 30 दिनों पर वह अपने खरीदारी का ब्योरा देगा। फेड ने रविवार को कहा कि उसने पिछले सप्ताह 86 कंपनियों से पहली बांड खरीदारी की। इन कंपनियों में नाइके, फॉक्स कॉर्प, पेपाल, टार्गेट, कैंपबेल सूप और चिप निर्माता कंपनी ब्रॉडकॉम भी शामिल हैं।

बांड खरीदारी से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने 5.66 लाख करोड़ रुपए दिए

फेड एक्सचेंज ट्र्रेडेड फंड्स में भी बांड खरीदेगा। फेड के पास अभी 6.8 अरब डॉलर के बांड ईटीएफ हैं। बांड से होने वाले किसी भी नुकसान की भरपाई के लिए अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने 75 अरब डॉलर (5.66 लाख करोड़) का प्रावधान किया है। मार्च से अब तक फेड ने दो लाख करोड़ डॉलर के ट्र्रेजरी और मॉरगेज समर्थित प्रतिभूतियां खरीदी हैं।

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