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घर में बेरोजगार बैठे रहने पर ताने मारती थी पत्नी, कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर पति खुद फांसी पर झूला

दैनिक भास्कर

Jun 25, 2020, 04:38 AM IST

शिवपुरी. करैरा के लोटनपुरा टीला गांव में एक युवक ने अपनी ही पत्नी की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी। इसके बाद खुद फांसी पर झूल गया। खास बात यह है कि हत्या का आरोपी पति बेरोजगार था और पत्नी आए दिन काम धंधे पर जाने की कहकर उसे ताने मारती रहती थी। इसी से तंग आकर उसने पहले अपनी ही पत्नी की रात के अंधेरे में साेते समय हत्या कर दी। इसके बाद रस्सी का फंदा बनाकर खुद फांसी लगाकर जान दे दी। आरोपी पहले से गांव के दो बच्चों की कुएं में डुबोकर हत्या कर चुका था। आजीवन कारावास की सजा के दौरान दो माह की पैरोल लेकर घर आया था। लॉकडाउन लगने से पैरोल बढ़ गया, इस दाैरान वह घर पर बेरोजगार बैठा था।
कैलाश (40) पुत्र मुक्कू जाटव निवासी लोटनपुरा टीला ने मंगलवार-बुधवार की रात अपनी ही पत्नी कलावती जाटव (35) की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी है। इसके बाद कमरे में पंखे से रस्सी का फंदा बनाकर खुद ही फांसी लगाकर झूल गया जिससे उसकी भी मौत हो गई है। मामले में फरियादी ठाकुरदास पुत्र मुक्कू जाटव ने करैरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मृतक कैलाश जाटव के खिलाफ अपनी ही पत्नी की हत्या के आरोप में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामला विवेचना में ले लिया है।

काम-धंधा न करने को लेकर रोज होता था झगड़ा
सुबह 5.30 बजे मां बारोदेवी भाई कैलाश को जगाने उसके कमरे में गई। जब उसने गेट नहीं खोला ताे मां ने मुझे बुलाया। मैंने गेट के पास लगी खिड़की में धक्का मारा तो खिड़की खुल गई, देखा तो भाई कैलाश की लाश पंखे के कुंदे से रस्सी से लटकी हुई थी। पास ही खटिया पर भाभी कलावती की लाश पड़ी थी। कैलाश तीन-चार माह पहले जेल से छूटकर आया था। कोई काम धंधा नहीं था, इसलिए भाभी आए दिन  झगड़ा करती थी। इसी झगड़े से तंग आकर कैलाश ने कलावती की हत्या कर दी। इसके बाद खुद ने फांसी लगाकर जान दे दी।
 जैसा आराेपी पति के छोटे भाई ठाकुरदास ने बताया।

चिढ़ाने भर पर दो बच्चों को कुएं में डुबोकर मार दिया था, 2008 में आजीवन कारावास की सजा मिली
करैरा थाना प्रभारी गब्बर सिंह गुर्जर ने बताया कि साल 2006 में आरोपी कैलाश जाटव ने दो बच्चे जहारसिंह गडरिया (7) और चंद्रभान जाटव (10) की हत्या कर दी थी। दोनों बच्चों ने कैलाश को चिढ़ा दिया था। इसके बाद कैलाश ने दोनों को कुएं में डुबाेकर मार डाला। इस मामले में कैलाश को साल 2008 में आजीवन कारावास की सजा मिली। ग्वालियर जेल से पैरोल पर दो माह पहले वह छूटकर आया और लॉक डाउन लगने से पैरोल बढ़ गई थी।

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