- कोरोना पॉजिटिव के शव से संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा होता है
- अफसरों ने माना- लापरवाही तो हुई है, अब आगे से ध्यान रखा जाएगा
दैनिक भास्कर
Jun 24, 2020, 09:59 AM IST
उदयपुर. पूरी दुनिया एक तरफ कोरोना महामारी के संक्रमण से बचने के लिए जतन कर रही है तो वहीं राजस्थान के उदयपुर में ऐसी लापरवाही बरती जा रही है, जिससे कोरोना के फैलने का खतरा और बढ़ता जा रहा है। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार करते समय सतर्कता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन कहती है कि कोरोना पीड़ित के पॉलीथिन पैक शव का अंतिम संस्कार करते समय परिजन और सभी कार्मिकों को पीपीई किट, एन-95 मास्क और दस्ताने पहनना जरूरी है।
मंगलवार को उदयपुर के इसवाल में मेघवाल कॉलोनी निवासी कोरोना पीड़ित 40 साल के फार्मासिस्ट के अंतिम संस्कार के दौरान सुरक्षा का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया। यहां अशोक नगर श्मशान घाट में निगम के कर्मचारी और फर्मासिस्ट के परिवार वाले बिना पीपीई किट और बिना दस्तानों के नजर आए। इन्होंने मास्क भी नहीं पहना था। कुछ दिन पहले भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें कोरोना से मरने वाले व्यापारी के शव का अंतिम संस्कार बिना पीपीई किट पहने ही ही कर दिया गया था।
कोरोना के कारण उदयपुर ने कई मुश्किलों का सामना किया
- कोरोना विस्फोटक के चलते उदयपुर एक माह से भी ज्यादा समय तक कंटेनमेंट जोन में रहा, सभी शहरवासी घरों में कैद रहे।
- उदयपुर में अब तक 663 कोरोना पॉजिटिव निकल चुके हैं।
- आरएनटी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स, नर्सेज, लैब टैक्नीशियंस और हेल्पर समेत 25 कोरोना वॉरियर्स इसकी चपेट में आ चुके हैं।
- कांजी का हाटा, रावजी का हाटा, छोटा कुम्हारवाड़ा आदि क्षेत्र कोरोना के मुख्य केंद्र में बदल चुके हैं।
अफसर बाेले- आगे से रखेंगे ध्यान
- एडीएम सिटी संजय कुमार, नगर निगम आयुक्त अंकित सिंह और सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी का कहना है कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आगे से ऐसी लापरवाही नहीं हो इसके पूरे इंतजाम किए जाएंगे।
- एमबी अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन का कहना है कि फार्मासिस्ट के पॉलीथीन पैक शव को श्मशान तक पहुंचाने वाले कार्मियों को पीपीई किट पहनाकर ही भेजा था। अब श्मशान पर क्या हुआ यह नहीं पता?