दैनिक भास्कर
May 31, 2020, 04:14 PM IST
भारत में औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियां काफी तेजी से फल-फूल रही हैं। ऐसे कई सेक्टर हैं जिनमें आर्थिक निवेश बढ़ा है और उसी लिहाज से रोजगार के अवसरों में भी काफी वृद्धि हुई है। लेकिन इन सेक्टर्स की आवश्यकता को अनुसार मुताबिक प्रशिक्षित लोगों की कमी देखी जा रही है। हमारी शिक्षा और उद्योगों की आवश्यकताओं की बीच काफी अंतर है। इसी अंतर को पाटने और भविष्य के रोजगार की आवश्यकताओं के लिए जबलपुर के पहले निजी विश्वविद्यालय मंगलायतन विश्वविद्यालय ने कई प्रोफेशनल, जॉब ओरिएंटेड एवं उच्च गुणवत्ता वाले कोर्सेस चलाने की घोषणा की है।
भविष्य के लीडर्स के लिए रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम
मंगलायतन विश्वविद्यालय छात्रों को उनकी रुचियों, वरीयताओं और जरूरतों के मुताबिक चुनने के लिए कई तरह के पाठ्यक्रम उपलब्ध कराता है।
कृषि विज्ञान (Agriculture)- डिप्लोमा, बी.एस.सी, एम.एस.सी. एम.बी.ए. (एग्री बिजनेस)
लॉ- एल. एल. बी.., एल. एल. एम., डिप्लोमा
मैनेजमेंट- बी.बी.ए, एम.बी.ए., डिप्लोमा, पी.जी.डी.एम
कॉमर्स- बी.कॉम. एम.क़ॉम.
सोशल साइंस एवं ह्यूमैनिटीज- बी.ए., एम.ए.
आई.टी.– बी.एस.सी., एम.एस.सी.
इसके अलावा उपरोक्त सभी विषयों में पी.एच.डी. की पढ़ाई भी चालू करने की योजना है।
सीखने का शानदार वातावरण
इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर और उच्च-गुणवत्ता का माहौल छात्रों को सीखने और बेहतर परिणाम देने में मदद करता है। शहर के कोलाहल से दूर हरियाली के बीच बने मंगलायतन के शानदार परिसर में सभी आधुनिक सुविधाओं के अलावा डिजिटल स्मार्ट क्लास रूम, आधुनिक लाइब्रेरी एवं कंप्यूटर लैब उपलब्ध है। विश्वविद्यालय का पूरा कैम्पस एयरकंडीशन्ड है। मंगलायतन विश्वविद्यालय वह जगह है जहां सीखने का एक शानदार माहौल बनाने के लिए टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और आंत्रप्रेन्योरशिप का बेहतरीन संयोजन मौजूद है। रोजगारोन्मुखी शिक्षा मंगलायतन विश्वविद्यालय की कुंजी है। विश्वविद्यालय अपने फैकल्टी के चयन में सर्वोच्च योग्यता रखने वाले प्रत्याशियों को प्राथमिकता देता है।
इंडस्ट्री की मांग के अनुसार डिजाइन किए गए कोर्सेस:
मंगलायतन विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले सभी कोर्सेस का सिलेबस आज की इंडस्ट्री एवं जॉब मार्केट की मांग के अनुसार बनाया गया है। विश्वविद्यालय की शिक्षा पद्धति में अत्याधुनिक तकनीकी शिक्षा एवं परंपरागत नैतिक शिक्षा का अद्भुत समागम है। पाठ्यक्रम तैयार करने में इंडस्ट्रीज एक्सपर्ट, उच्च शिक्षण संस्थानों के विशेषज्ञों एवं फैकल्टी के अनुभव का भरपूर उपयोग किया गया है। विश्वविद्यालय में परंपरागत अध्ययन-अध्यापन के अतिरिक्त विभिन् क्षेत्रों में कौशल विकास प्रशिक्षण का भी प्रावधान किया गया है। विद्यार्थियों को तनाव और डिप्रेशन से बचाने के लिए एक प्रशिक्षित काउंसलर की व्यवस्था की गई है। साथ ही उनके स्वस्थ बौद्धिक विकास हेतु योग शिक्षा एवं मेडिटेशन का भी प्रावधान किया गया है। विश्वविद्यालय में समय-समय पर कंपनी एक्सपर्ट, मोटिवेटर्स, एंटरप्रेन्योर्स द्वारा सेमिनार, वर्कशॉप, कॉन्फ्रेंस के माध्यम से छात्रों का मार्गदर्शन करने का प्रावधान है।
मंगलायतन विश्वविद्यालय के बारे में
जबलपुर के बरेला में बना पहला निजी विश्वविद्यालय मंगलायतन विश्वविद्यालय मध्यभारत का तेजी से बढ़ता निजी विश्वविद्यालय है जो न केवल आपको सपने देखने में मदद करता है, बल्कि उन्हें पूरा करने के लिए प्रेरित भी करता है। सर्वहारा फाउंडेशन द्वारा स्थापित मंगलायतन विश्वविद्यालय जबलपुर के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विकास की नई पहल है। सर्वहारा फाउंडेशन पिछले 14 सालों से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय योगदान देता चला आ रहा है। फाउंडेशन द्वारा स्थापित एवं संचालित विश्वविद्यालय देश के पांच विभिन्न राज्यों के विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय उच्च शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय में प्रवेश की जानकारी एवं आवेदन पत्र वेबसाइट www.manglayatan.co.in पर उपलब्ध हैं। इच्छुक विद्यार्थी, विश्वविद्यालय के हेल्पलाइन नंबर +91-7827973871/72, 835102140 पर संपर्क करके आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।