- हालात जानने के लिए दिल्ली में सेरोलॉजिकल सर्वे होगा, 27 जून से 10 जुलाई के बीच 20 हजार लोगों के टेस्ट किए जाएंगे
- दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या करीब 60 हजार पहुंच रही है, यहां कोरोना से 2175 लोगों की जान गई है
दैनिक भास्कर
Jun 21, 2020, 11:28 PM IST
नई दिल्ली. देश की राजधानी में कोरोना के हालात के मद्देनजर गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच एक हफ्ते में तीसरी बैठक हुई। रविवार को हुई बैठक में गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से जानकारी मांगी कि कोरोना से जान गंवाने वालों को कितने दिन पहले और कहां से अस्पताल लाया गया था। दिल्ली सरकार से ये भी जानकारी मांगी गई कि क्या ऐसे मरीजों को सही वक्त पर अस्पताल लाया गया था या नहीं?
बैठक में फैसला लिया गया है कि 27 जून से 10 जुलाई के बीच दिल्ली में सेरोलॉजिकल सर्वे किया जाएगा। इस दौरान 20 हजार लोगों के टेस्ट किए जाएंगे। इनके आधार पर कोविड संक्रमण का आकलन किया जाएगा और इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
केंद्र का केजरीवाल सरकार को निर्देश
1. केंद्र ने केजरीवाल सरकार को निर्देश दिए कि कोविड के सभी मरीजों को पहले कोविड सेंटर ले जाया जाए।
2. जिन लोगों के घरों में व्यवस्था ठीक है और जो किसी अन्य गंभीर बीमारी से परेशान नहीं हैं, उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाए।
3. कितने लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, इसकी जानकारी केंद्र सरकार को दी जाए।
कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा की, कंटेनमेंट में सख्ती की सलाह
गृह मंत्री अमित शाह और केजरीवाल ने डॉ. पॉल की कमेटी की रिपोर्ट पर चर्चा की। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कंटेनमेंट जोन की सीमाएं दोबारा तय की जाएं। इनकी सख्ती से मॉनिटरिंग की जाए। यहां होने वाली गतिविधियों पर भी नियंत्रण रखा जाए। इन जोन में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को सख्ती से क्वारैंटाइन किया जाए। साथ ही आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल पर भी जोर दिया जाए।