- बीते सोमवार को हाईकोर्ट ने खारिज की थी अजय कुमार लल्लू की जमानत याचिका, शोक में डूबे थे कांग्रेसी
- वहीं, कानपुर में जश्न मनाते नजर आए कांग्रेसी नेता, लोग कर रहे सवाल
दैनिक भास्कर
Jun 03, 2020, 01:21 PM IST
कानपुर. बीते सोमवार को एमपी/एमएलए कोर्ट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की जमानत अर्जी खारिज होने के बाद कांग्रेस ने उनकी रिहाई के लिए महा अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व मंगलवार को लखनऊ समेत कई जिलों में कांग्रेसी नेताओं ने प्रेस कॉफ्रेंस कर योगी सरकार को घेरा व अपने नेता के जेल में होने का गम जाहिर किया गया। लेकिन कानपुर के केंद्रीय कार्यालय तिलक हॉल में जश्न मनाया गया। मौका था नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री के जन्म दिन का। केके काटते हुए उनका फोटो वायरल है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिग का भी ख्याल नहीं रखा गया है। कई लोगों ने मास्क भी नहीं पहने है।
बीते सोमवार को कानपुर महानगर के अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री का जन्मदिवस था। कांग्रेस पार्टी के लिए कानपुर का केंद्रीय कार्यालय तिलक हॉल किसी मंदिर से कम नहीं है। हरप्रकाश अग्निहोत्री का जन्मोत्सव तिलक हॉल में बड़े ही घूमधाम से मनाया गया। जन्मदिन की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग उन पर तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। बीते सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जमानत अर्जी खारिज होने के बाद पार्टी में मायूसी छा गई थी। नगर अध्यक्ष के पास भी लोगों के सवालों का जवाब नहीं हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू बीते 12 दिनों से लखनऊ की जेल में बंद है। कांग्रेस आलाकमान से लेकर स्थानीय नेता उनकी जमातन के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। बीते 30 मई को सभी जमानत होने की संभावना थी, लेकिन केस डायरी सबमिट नहीं होने की वजह से सुनवई टल गई थी। इसके बाद सभी को उम्मीद थी कि 1 जून को जमानत मिल जाएगी। लेकिन विशेष अदालत में मामले को गंभीर बताते हुए जमानत अर्जी खारिज कर दी। प्रदेश सरकार ने बसों की लिस्ट में फर्जीवाड़े का जिम्मेदार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को बनाया है। कोरोना संकटकाल में भी इस मामले में जमकर राजनीति हो रही है। नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री पूरे शहर में घूम-घूम कर अपना जन्मदिन मनाते रहे । फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष की जमानत अर्जी खारिज होने का असर उनके चहरे पर देखने को नहीं मिला । शहर के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में इस बात को लेकर चर्चा होती रही कि संकट की इस घड़ी में इस तरह से जन्मोत्सव नहीं मनाना चाहिए ।