- मोबाइल फोन का रिचार्ज, बिल पेमेंट व अन्य का मोबाइल के जरिए भुगतान बढ़ा है
- एक्सपर्ट ने कहा- डिजिटल पेमेंट में जो तेजी आई है, वह आगे जारी रहेगी, यह कहना मुश्किल
दैनिक भास्कर
Jun 16, 2020, 09:55 PM IST
नई दिल्ली. साल 2019 में देश में मोबाइल एप आधारित पेमेंट 163 फीसदी बढ़कर 287 अरब डॉलर पर पहुंच गया। एप द्वारा किए जाने वाले मोबाइल पेमेंट में अकाउंट-टू-अकाउंट मनी ट्रांसफर और स्टोर वैल्यू अकाउंट यानी अकाउंट में रखी राशि शामिल है। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड के जरिए पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) लेनदेन 24 प्रतिशत बढ़कर 204 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इनमें ऑनलाइन और एप के जरिए पेमेंट शामिल है।
डिजिटल पेमेंट में आई तेजी
रिपोर्ट में कहा गया है कि भुगतान एप्स के जरिए अब बड़ी संख्या में लेनदेन होता है। मोबाइल फोन का रिचार्ज, बिल पेमेंट व अन्य का मोबाइल के जरिए भुगतान बढ़ा है। दिलचस्प बात यह है कि 2019 में एटीएम से निकासी पहली बार मूल्य के हिसाब से कार्ड और मोबाइल पेमेंट से कम रही है। प्रत्येक एटीएम निकासी पर भारतीयों ने कार्ड या मोबाइल फोन के जरिए दो लेनदेन किए हैं। एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस के फिनेटक एक्सपर्ट संपत शर्मा नारियानूरी ने कहा कि हाल के सालों में डिजिटल पेमेंट में जो तेजी आई है, वह आगे जारी रहेगी, यह कहना मुश्किल है।
डिजिटल पेमेंट ने 2019 में रफ्तार पकड़ी
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में डिजिटल पेमेंट ने 2019 में रफ्तार पकड़ी है। 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त तिमाही में कार्ड और मोबाइल भुगतान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 20 प्रतिशत के बराबर रहा है। इसके पहले के साल की समान तिमाही में यह 13 प्रतिशत था। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में दुकानों के जरिये रिटेल खरीद 781 अरब डॉलर रही। कार्ड और मोबाइल भुगतान का इसमें हिस्सा सिर्फ 21 प्रतिशत रहा। रिपोर्ट कहती है कि लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियों में जो गिरावट आई है उसका सीधा असर डिजिटल पेमेंट पर पड़ेगा। हालांकि, इसके बीच मोबाइल पेमेंट लोकप्रिय बना रहेगा, क्योंकि नकदी और कार्ड के इस्तेमाल को लेकर लोग आशंकित हैं।