- दिल्ली सरकार की समिति ने की सिफारिश, केंद्र सरकार ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में लगवाया है अतिरिक्त रेफ्रिजरेटर कंटेनर
- कोरोना से मरने वाले लोगों के शवों के साथ अभद्रता पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को लगाई थी फटकार
दैनिक भास्कर
Jun 15, 2020, 09:10 PM IST
नई दिल्ली. देश की राजधानी में कोरोनावायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। हालात यह हो गया है कि अस्पतालों में बेड और मुर्दाघर में शवों को रखने की जगह तक नहीं बची है। केंद्र सरकार की मदद के बाद जहां एक तरफ दिल्ली सरकार ने बेड की क्षमता बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं संक्रमण से मरने वाले लोगों के शवों को रखने की व्यवस्था भी बनानी शुरू कर दी है।
सरकार की एक समिति ने राज्य सरकार के अधीन आने वाले सभी अस्पतालों के मुर्दाघर की क्षमता बढ़ाने की सिफारिश की है। मुर्दाघर में अतिरिक्त रेफ्रिजेरेटर लगवाने को कहा गया है। सरकार के एक अफसर ने न्यूज एजेंसी को बताया कि दिल्ली में हालात खराब हो रहे हैं। सभी को उचित इलाज मिल सके इसके लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था कराई जा रही है। शवों को रखने के लिए मुर्दाघर में क्षमता बढ़ाई जाएगी।
केंद्र सरकार ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बढ़ाई है क्षमता
हाल ही में केंद्र सरकार ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के मुर्दाघर में शवों को रखने की क्षमता बढ़ाई है। इसके लिए कई अतिरिक्त रेफ्रिजरेटर लगाया गया है। पिछले हफ्ते सरकार की ओर से बनाए गए समिति के चेयरमैन डॉ. महेश वर्मा और अन्य सदस्यों ने दिल्ली के कई अस्पतालों का जायजा लिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने की थी सख्त टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कोरोना के मरीजों के इलाज में लापरवाही और लाशों के साथ हो रहे सलूक के मामले में सख्त बातें कहीं थीं। कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा, ‘अगर लाशें कचरे के ढेर में मिल रही हैं तो इंसानों के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जा रहा है।’
दो दिन बाद यानी 17 जून को फिर इस मामले में सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि केंद्र की गाइडलाइंस को नहीं अपनाया जा रहा। दिल्ली में तो डरा देने वाली स्थिति है। हालात ऐसे हैं कि तरस आता है। देश की राजधानी में जिस तरीके से कोरोना से निपटा जा रहा है, उसमें दिक्कतें हैं।