- इससे पहले भी 20 दिनों तक गायब रहने के बाद 1 मई को एक फर्टिलाइजर कंपनी के उद्घाटन समारोह में नजर आए थे
- किम 15 अप्रैल को अपने दादा की याद में होने वाले कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे, इसके बाद से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं
दैनिक भास्कर
May 25, 2020, 10:44 PM IST
प्योंगयांग. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने देश की परमाणु क्षमता बढ़ाने को लेकर रविवार को बैठक की। वे तीन हफ्तों के बाद लोगों के सामने नजर आए। पिछली बार भी वे 20 दिनों तक गायब रहे थे, जिसके बाद उनके खराब स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लगाई जाने लगी थीं। वे 15 अप्रैल को अपने दादा की याद में होने वाले कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे। ऐसा पहली बार हुआ था।
मीडिया के मुताबिक, किम ने रविवार को सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की बैठक का नेतृत्व किया। उनके पहुंचने के बाद मास्क पहने अधिकारी उनका स्वागत करते नजर आए। हालांकि, बैठक के दौरान किम या किसी अन्य अधिकारी को मास्क पहने नहीं देखा गया।
सैन्य क्षमता बढ़ाने पर चर्चा हुई
सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, बैठक में सशस्त्र बलों को और बढ़ाने, सैन्य क्षमता को मजबूत करने और परमाणु शक्ति बढ़ाने को लेकर नई नीतियां बनाने पर बात हुई। साथ ही इस दौरान रणनीतिक सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट ऑपरेशन पर रखने को लेकर चर्चा की गई। हालांकि, एजेंसी ने यह नहीं बताया कि बैठक कब हुई।
चीन ने कहा- उ.कोरिया- अमेरिका जल्द बात शुरू कर सकते हैं
पिछले साल फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच परमाणु समझौते को लेकर हुई वार्ता असफल रही थी। चीन के विदेश मंत्री वॉन्ग यी ने रविवार को उम्मीद जताई कि अमेरिका और उत्तर कोरिया जल्द से जल्द बातचीत फिर से शुरू कर सकते हैं।
परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर ट्रम्प-किम की 3 बार मुलाकात हुई
कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण करने को लेकर ट्रम्प और किम के बीच पिछले साल जून में सिंगापुर में पहली बैठक हुई थी। इसके बाद इस साल फरवरी में वियतनाम की राजधानी हनोई में दोनों नेताओं के बीच दूसरी बैठक हुई थी जो विफल रही थी। दोनों नेताओं के बीच एक साल के भीतर यह दूसरी शिखर बैठक थी। जी-20 समिट से लौटते वक्त ट्रम्प ने कोरियाई सीमा के असैन्य क्षेत्र में किम से मीटिंग की थी।
उ.कोरिया में कोरोना का एक भी मामला नहीं
उत्तर कोरिया का कहना है कि देश में कोरोनावायरस का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने कहा है कि वह इस बात से इनकार नहीं कर सकता है कि उत्तर कोरिया में संक्रमण नहीं है।