- स्पेशल इन्फ्रारेड कैमरे के मदद से विजयवाड़ा मंडल रख रही है यात्रियों के सेहत पर नजर
दैनिक भास्कर
Jun 09, 2020, 06:45 AM IST
नई दिल्ली. देश में खतरनाक कोरोना महामारी फैल रही है। उसी तेजी के साथ रेलवे के कर्मचारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कम कीमत में उत्तर रेलवे ने उन्नत किस्म की पीपीई किट, फेस शील्ड, मास्क का निर्माण किया। जिसका भारतीय रेलवे की सभी यूनिट इसी पद्धति पर इन चीजों का उत्पादन कर रही है। इसी तरीके से इस बार ट्रेन परिचालन के दौरान यात्री के बिना संपर्क में आए उनके सेहत पर नजर रखने के साथ ही, थर्मल स्कैनिंग से लेकर टिकट चेकिंग करने तक की प्रक्रिया के लिए साउथ सेन्ट्रल रेलवे के विजयवाड़ा मंडल ने कांटैक्टलेस तरीका इजाद कर किया है।
उसी मॉडल को जल्द ही दिल्ली रेल मंडल अपनाने जा रहा है। दिल्ली मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि यह तरीका अच्छा है। पूरी प्रक्रिया कांटैक्टलेस होने के कारण सुरक्षित है इसलिए इस प्रक्रिया को लागू करने के लिए जानकारी हासिल कर रहें है। ताकि इस तकनीक का इस्तेमाल कर दिल्ली मंडल भी अपने कर्मचारियों के साथ ही यात्रियों की सेहत का ख्याल रख सके।
ऐसे किया जाता है टिकट चेंकिंग और थर्मल स्कैनिंग
विजयवाड़ा डिवीजन थर्मल स्क्रीनिंग के लिए स्टेशन के प्रवेश द्वार पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर के साथ खास तरह के कैमरे लगाए गए हैं। यह विशेष इन्फ्रारेड कैमरे यात्रियों की स्क्रीनिंग करते हैं। गेट से गुजरते समय अगर यात्री ने मास्क लगाया है और उसका तापमान भी सामान्य है तो कैमरे से जुड़ी स्क्रीन पर ग्रीन सिग्नल आता है।
अगर यात्री का तापमान सामान्य है पर उसने मास्क नहीं लगा रखा है तो स्क्रीन पर ओरेंज सिग्नल आता है, और यात्री का तापमान अधिक होने पर रेड सिग्नल आता है। इन सिग्नलों के आधार पर स्टेशन पर तैनात रेलवे के सुरक्षा कर्मी यात्रियों स्क्रीनिंग करके उन्हें स्टेशन में जाने देते हैं और यह पुरी प्रक्रिया कांटैक्टलेस है।