दैनिक भास्कर
Jun 10, 2020, 04:00 AM IST
नई दिल्ली. आईटीओ स्थित कब्रिस्तान में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अभी तक करीब दो सौ शवों को दफनाया जा चुका है। यहां प्रतिदिन औसतन छह शव अंतिम संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं। जदीद कब्रिस्तान मैनेजमेंट कमिटी के सचिव मसरूर सिद्दीकी ने कहा हमने दिल्ली के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, डिवीजनल कमिश्नर रेवन्यू से लेकर एमसीडी तक से जेसीबी मशीन का इंतजाम कराने की मांग कर रखी है, लेकिन करीब दो महीने का वक्त पूरा होने को है, पर फिर भी जेसीबी मशीन का इंतजाम प्रशासन की ओर से नहीं किया जा सका है।
इस वजह से हमें किराए पर जेसीबी मशीन लेकर काम चलाना पड़ रहा है। अमूमन, नार्मल केस में किसी का शव दफन करने के लिए चार फीट गहरा गड्ढा खोदा जाता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देख आजकल दस से बारह फीट गहरा गड्ढा खोदना पड़ रहा है, जो जेसीबी से ही मुमकिन है। मसरूर सिद्दीकी ने कहा हमें पहले ही अस्पताल से सूचना मिल जाती है कि कल शव को लाया जाएगा, इसे देखते हुए पहले ही जमींन की खुदाई का काम करके रखना होता है। सुबह नौ से शाम पांच बजे तक शवों को दफनाने का काम किया जाता है।