- पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा- मॉल, रेस्टोरेंट जैसी जगह आर्थिक रूप से जरूरी, लेकिन धार्मिक स्थल की क्या जरूरत
- एक यूजर ने कहा- स्टेडियम में फैन्स के आने की क्या जरूरत है, लोग मैच को कहीं से भी टीवी और मोबाइल पर देख सकते हैं
दैनिक भास्कर
May 31, 2020, 10:35 AM IST
कोरोनावायरस के कारण दो महीने से लगे लॉकडाउन को भारत सरकार ने अनलॉक कर दिया है। साथ ही इस अनलॉक-1 में सरकार ने मॉल, रेस्टोरेंट के साथ धार्मिक स्थल भी खोलने की अनुमति दी है। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत नहीं थी। भगवान हर जगह हैं। इस पर उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है।
आकाश ने ट्वीट किया, ‘‘मॉल, रेस्टोरेंट जैसी जगह आर्थिक रूप से जरूरी हैं…. शायद, इसलिए इन्हें हमेशा बंद रखना संभव नहीं है। लेकिन हमें लोगों के लिए धार्मिक स्थलों की आवश्यकता क्यों है?? भगवान हर जगह है…. क्या नहीं है?’’
‘धार्मिक स्थल में कई लोग काम करते हैं’
इसके बाद कई यूजर्स ने आकाश को ट्रोल करते हुए जवाब दिया। एक यूजर ने लिखा, ‘‘क्योंकि कई लोग धार्मिक स्थलों में काम करते हैं और उनकी रोजी-रोटी इसी से चलती है।’’
Bcoz there are to many peoples working and earnings from there thats why…
— MANINDER SINGH (@I_m_Singh1) May 30, 2020
‘गलत टॉपिक पकड़ लिया’
एक अन्य यूजर ने कहा, ‘‘स्टेडियम में फैन्स के आने की क्या जरूरत है? हम मैच को कहीं से भी टीवी और मोबाइल पर देख सकते हैं।’’ दूसरे ने लिखा, ‘‘गलत टॉपिक पकड़ लिया है। अब बुद्धिजीवी आपको नहीं छोड़ेंगे।’’
Why do we need spectators in a stadium? We can anyways watch it on tv or mobile phone.
— moodalapalya share auto (@deshmukhnaveen) May 30, 2020
Religious places of worship also depend on income from donations of worshippers for their priests, support staff and shops owners selling flowers and other religious stuff.
— Ramachandran Mahesh (@zindadilmac) May 30, 2020
Har taraf se gali khane ki sambhavna.#TrueSecular
— Law Da Meme (@KingofPJs) May 30, 2020