- जसप्रीत बुमराह ने आईसीसी की वीडियो सीरीज ‘इनसाइड आउट’ में पूर्व तेज गेंदबाज शॉन पोलाक से यह बातें कही
- बुमराह ने अपने छोटे रनअप को लेकर कहा- इससे मुझे टेस्ट क्रिकेट में लंबे स्पैल फेंकने में मदद मिलती है
- आईसीसी ने कोरोना के खतरे को देखते हुए गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगाई है
दैनिक भास्कर
Jun 01, 2020, 07:20 PM IST
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि गेंद चमकाने के लिए लार या थूक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की वजह से उन्हें इसकी कमी खलेगी। उन्होंने कहा कि आईसीसी को गेंदबाजों के हितों को ध्यान में रखते हुए इसका विकल्प देना चाहिए ताकि बराबरी की क्रिकेट देखने को मिले। उन्होंने आईसीसी की वीडियो सीरीज ‘इनसाइड आउट’ में इयान बिशप और शॉन पोलाक से यह बातें कहीं।
बुमराह ने कहा कि लार का इस्तेमाल गेंद पर नहीं होने से खेल पूरी तरह से बल्लेबाजों के अनुकूल हो जाएगा। पहले ही मैदान छोटे और विकेट सपाट होते जा रहे हैं। ऐसे में गेंदबाजों को लार के स्थान पर गेंद को चमकाने के लिए कोई और विकल्प मिलना चाहिए ताकि स्विंग या रिवर्स स्विंग मिल सके।
बुमराह चोट की वजह से 4 महीने टीम से बाहर थे
पिछले दो महीने से गेंदबाजी नहीं कर सके इस गेंदबाज ने कहा कि मुझे नहीं पता कि दोबारा क्रिकेट शुरू होने पर मेरा शरीर कैसी प्रतिक्रिया देगा। मैं फिलहाल हफ्ते में 6 दिन अभ्यास करता हूं। लेकिन यह भी सही है कि लंबे समय से गेंदबाजी नहीं की।
बुमराह ने इसी साल जनवरी में श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज से दोबारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। वे स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से सितंबर से ही टीम से बाहर थे।
‘छोटे रनअप का टेस्ट में फायदा’
शॉर्ट रनअप से जुड़े सवाल पर बुमराह ने कहा कि मेरे घर के पास क्रिकेट खेलने के लिए जगह कम थी। ऐसे में मैंने छोटे रनअप से गेंदबाजी शुरू की। यही मेरी आदत बन गई। उन्होंने कहा- मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसका फायदा भी मिला क्योंकि रनअप छोटा होने की वजह से मैं चौथे या पांचवे स्पैल में भी खुद को तरोताजा महसूस करता हूं और गेंद की रफ्तार भी समान रहती है।
आईसीसी ने लार के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगाई
अनिल कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी की कमेटी ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए गेंद चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की सिफारिश की है। हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया था कि लार या थूक के इस्तेमाल पर रोक का फैसला अस्थायी होगा। हालात जैसे ही सुधरेंगे, इसे वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि लार की जगह आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल पर भी चर्चा की गई थी।