बच्चों को लेने स्कूल जा रही रिटायर जज जेएस सेंगर की बहू आराधनासिंह के साथ दिनदहाड़े लूट का प्रयास हुआ। पर्स लूटने के लिए बदमाश आराधना स्कूटर सहित घसीटते ले गए।आराधना गिर गई और उनकी आठ पसलिया,कंधे की हड्डी,कॉलर बोन टूट गई। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। तीन माह पूर्व भी बदमाशों ने विजयनगर थाना के समीप डॉक्टर संगीता पाटिल से इसी तरह पर्स छीनने की कोशिश थी। जिसमें डॉ.पाटिल की गिरने से मौत हो गई थी।वारदात गुरुवार दोपहर करीब पौने दो बजे रिंगरोड की है। अंकुर आंगन (निपानिया) निवासी 42 वर्षीय आराधना स्कूटर से बच्चों को लेने सत्यसाईं स्कूल जा रही थी। पिपल्या कुमार चौराहा से जैसे रिंग रोड की तरफ बढ़ी पीछे से आए बदमाश पर्स छीनने लगे। पर्स गले में टंगा होने से बदमाशों ने जोर से झपट्टा मारा और आराधना को स्कूटर सहित गिरा दिया। इससे आराधना की पसलियां,कॉलर बोन,कंधे की हड्डी टूट गई। चेहरे पर भी चोंट आई।राहगीरों ने उन्हें रिंग रोड स्थित निजी अस्पताल भिजवाया। जहां देर शाम उनका ऑपरेशन हुआ। आराधना और उनके पति अजीतसिंह जिला कोर्ट में वकील है।
एक किमी दूर थाना,पहुंचने में लगे छह घंटे
अजीत के मुताबिक बॉम्बे अस्पताल से सवा दो बजे लसूड़िया थाना को घटना की सूचना दे दी गई थी। लेकिन पुलिस सवा आठ बजे घटना स्थल पर पहुंची और जांच शुरू की। इस बीच उन्हें न्यायालय से जुड़े लोगों की मदद लेना पड़ी। एसआइ अरुण मलिक ने कहा सूचना अधूरी मिली थी। डॉक्टर ने यह नहीं बताया आराधना के साथ लूट का प्रयास हुआ है। विवाद की जानकारी मिली थी। रात में टीआइ इंद्रमणि पटेल,एसीपी राकेश गुप्ता और एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी भी मौके पर पहुंचे। देर रात अस्पताल भी गए लेकिन आराधना बयान देने की स्थिति में नहीं थी।
डॉक्टर संगीता के साथ हुई थी लूट की वारदात
11 सितंबर को विजयनगर थाना के समीप अनूप नगर निवासी डॉक्टर संगीता पाटिल के साथ भी इसी तरह घटना घटी थी। डॉक्टर पाटिल बेटी के साथ स्कूटर से स्कीम-78 जा रही थी। पर्स न छोड़ने पर बदमाशों ने डॉक्टर पाटिल को गिरा दिया और सिर में चोट लगने से उनकी मौत हो गई। इस वारदात में तो पुलिस ने सिर्फ दुर्घटना का केस दर्ज किया और अपराधी आज तक नहीं मिलें।
आठ पसलिया टूटी, कंधे और कॉलर बोन के कई टुकड़े हो गए
हादसे में आराधना की आठ पसलियां टूट गई हैं। उनका कंधा (स्केबुला) बुरी तरह से जख्मी है। कॉलर बोन (गर्दन के नीचे की हड्डी) भी टूटी हुई थी। चेहरे पर कई जख्म हैं। हादसे में उनका दायां हाथ पूरी तरह से लटक गया है। संभवत: कंधे और कॉलर बोन के टूटने की वजह से ऐसा हुआ है। बॉम्बे अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वरुण चौहान और उनकी टीम ने करीब दो घंटे मशक्कत कर गुरुवार को आराधना की कॉलर बोन का ऑपरेशन किया। डॉ. चौहान के मुताबिक चोंट इतनी गहरी हैं कि कई और ऑपरेशन भी करना पड़ सकते हैं। पसलियां टूटने की वजह से फेफड़ों में भी चोट हो सकती है। आराधना के कंधे के कई टुकड़े हुए हैं। इन्हें जोड़ने के लिए भी ऑपरेशन करना पड़ेगा।