एपीएस यूनिवर्सिटी रीवा में डिप्टी रजिस्ट्रार को जूते की माला भेंट करने के मामले में उच्च शिक्षा विभाग ने संज्ञान में लेते हुए कमिश्नर को जांच के आदेश दिए है। बता दें कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित हुए नौवें दीक्षांत समारोह में शामिल होने कुलाधिपति व प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल आए थे। उसी दिन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने 30 नवंबर की घटना का जिक्र किया था। तब उच्च शिक्षा मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए पूरे मामले को सुनने के बाद निंदा की थी। कहा था कि विश्वविद्यालय के अंदर इस तरह की घटनाएं होना अशोभनीय है। वो भी तब जब एक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो। गौरतलब है कि उच्च शिक्षा मंत्री सोमवार को रीवा प्रवास पर थे। गत मंगलवार सुबह भोपाल पहुंचकर उच्च शिक्षा मंत्रालय पहुंचे। जहां रीवा के एपीएस यूनिवर्सिटी मामले में एक्शन लेते हुए जांच कराते हुए संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए है।
कमिश्नर को जांच के आदेश: उच्च शिक्षा विभाग की अपर सचिव वीरन सिंह भलावी ने रीवा कमिश्नर को पत्र लिखा है। कहा है कि गत 2 दिसंबर को मप्र राज्य विश्वविद्यालय सेवा अधिकारी संघ ने ज्ञापन दिया था। ज्ञापन पढ़ने पर पता चला कि एपीएसयू उप कुलसचिव लाल साहब सिंह के सेवानिवृत्त के अवसर पर विदाई समारोह के दौरान कतिपय कर्मचारियों ने असभ्य एवं अशोभनीय व्यवहार किया था। ऐसे में संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।कहा है कि पूरे घटना क्रम की जांच कर संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों अन्य व्यक्तियों के विरूद्ध जांच कराकर नियमानुसार व अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। साथ की कार्रवाई की जानकारी विभाग को उपलब्ध कराई जाए। पत्र की कापी राज्यपाल सचिवालय, रीवा कलेक्टर, कुलपति एपीएसयू, कुलसचिव एपीएसयू और मप्र राज्य विश्वविद्यालय सेवा अधिकारी संघ के मुख्यालय को भेजी गई है।