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भोपालएक घंटा पहले
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ईओडब्ल्यू में स्मार्ट सिटी की पहुंची शिकायत।
भोपाल में स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी प्रबंधन पर करोड़ों रुपए की जमीन नीलामी में अनियमितता का आरोप लगा है। इस मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) को शिकायत मिली है। इसकी EOW ने जांच शुरू कर कर दी है। इसमें स्मार्ट सिटी प्रबंधन पर चहेतों को नियमों को ताक पर रखकर करोड़ों की जमीन बिना प्रतिस्पर्धा के आवंटित करने का आरोप है।
भोपाल में स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी ने वर्ष 2020-21 में टीटी नगर में तीन प्लांट की नीलामी के लिए टेंडर जारी किए गए थे। इन टेंडर में प्लाट नंबर 83 का बेस प्राइस 73.96 करोड़, प्लाट नंबर 79 का बेस प्राइस 63.80 करोड़ रुपए, प्लाट नंबर 80 का बेस प्राइस 70.75 करोड़ रुपए रखा था। शिकायत में आरोप है कि तीनों टेंडर में दो-दो फर्मों के भाग लेने पर पहली ही बार में उनकी निविदाएं स्वीकृत कर दी गई, जबकि नियमानुसार दोबारा टेंडर बुलाए जाने थे।
दूसरा आरोप यह है कि टेंडर में फर्मों की प्रतिस्पर्धा नहीं बढ़ाने से राजस्व का सरकार को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया, जिसका प्रारंभिक अनुमानित आंकड़ा करीब 35 करोड़ रुपए बताया गया है। तीसरा आरोप यह है कि टेंडर की शर्तों में हेरफेर की गई, जिससे चहेतों काे फायदा पहुंचाया जा सके। चौथा आरोप यह है दोनों टेंडर में भाग लेने वाली फर्में एक ही है।
प्लाट नंबर 83 का बेस प्राइस 73.96 करोड़ था, जिसे सिर्फ 81.71 करोड़ रुपए। प्लाट नंबर 79 का बेस प्राइस 63.80 करोड़ रुपए, जिसे 72.40 करोड़ रुपए और प्लाट नंबर 80 का बेस प्राइस 70.75 करोड़ रुपए, जिसे 81.30 करोड़ रुपए नीलाम किया गया।
यह भी लग रहे आरोप
आरोप यह भी है कि नीलामी के पहले जमीन पर निर्माण की शर्तें कुछ और थीं, लेकिन नीलामी के बाद जमीन आवंटित होते ही शर्तों को बदल दिया गया। खास बात तो यह है कि पूरे मामले को नियमानुसार बताने के लिए बोर्ड की बैठक भी आयोजित करने की जानकारी सामने आई है।
ईओडब्ल्यू के डॉयरेक्टर जनरल अजय कुमार शर्मा ने कहा कि इस मामले में शिकायत मिली है। इसके तथ्यों की जांच की जा रही है। यदि तथ्य सही साबित हुए तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। अभी टेंडर प्रक्रिया से संबंधित दस्तावेज मांग कर जांच कर रहे है।
वहीं, इस मामले में भोपाल में स्मार्ट सिटी लिमिटेड कंपनी के सीईओ आदित्य सिंह से उसका पक्ष लेने के लिए कॉल किया और मैसेज किया, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।