May 15, 2024 : 11:01 PM
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अलास्का में भूकंप:8.2 तीव्रता के झटके से थर्राया अलास्का, सुनामी की चेतावनी जारी

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एक घंटा पहले

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USGS ने बताया कि भूकंप का केंद्र पेरीविले से 56 मील दक्षिण-पूर्व में रहा। पेरीविल अलास्का के सबसे बड़े शहर एंकरेज से करीब 500 मील की दूरी पर एक छोटा सा गांव है। - Dainik Bhaskar

USGS ने बताया कि भूकंप का केंद्र पेरीविले से 56 मील दक्षिण-पूर्व में रहा। पेरीविल अलास्का के सबसे बड़े शहर एंकरेज से करीब 500 मील की दूरी पर एक छोटा सा गांव है।

अमेरिका के अलास्का प्रायद्वीप में बुधवार देर रात 11:15 बजे भूंकप का जोरदार झटका महसूस किया गया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.2 रही। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने सुनामी की चेतावनी जारी की है।

USGS ने बताया कि भूकंप का केंद्र पेरीविले से 56 मील (91 किलोमीटर) दक्षिण-पूर्व में रहा। पेरीविल अलास्का के सबसे बड़े शहर एंकरेज से करीब 500 मील की दूरी पर एक छोटा सा गांव है। अलास्का भूकंपीय रूप से सक्रिय पैसिफिक रिंग ऑफ फायर का हिस्सा है।

अलास्का में पिछले साल 7.5 तीव्रता का भूकंप आया था
पिछले साल अक्टूबर में अलास्का के दक्षिणी तट पर 7.5 तीव्रता के भूकंप के कारण सुनामी लहरें आईं, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, मार्च 1964 में अलास्का में 9.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जो उत्तरी अमेरिका में अब तक का सबसे विनाशकारी अर्थक्वेक था। इसकी चपेट में आकर एंकरेज इलाका तबाह हो गया। साथ ही सुनामी ने अलास्का की खाड़ी, अमेरिका के पश्चिमी तट और हवाई को भारी नुकसान पहुंचाया। भूकंप और सुनामी से 250 से अधिक लोग मारे गए थे।

6 की तीव्रता वाला भूकंप खतरनाक होता है
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।

ऐसे लगाते हैं भूकंप की तीव्रता का अंदाजा
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।

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