न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ Published by: ishwar ashish Updated Mon, 26 Jul 2021 04:53 PM IST
सार
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में बड़ी पंचायत का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हमारी तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग नहीं मान रही है इसलिए हम मिशन यूपी व उत्तराखंड शुरू कर रहे हैं।
प्रेस वार्ता में मौजूद राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव। – फोटो : amar ujala
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विस्तार
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर महापंचायत का आंदोलन होगा। पंजाब और हरियाणा की तरह उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी हर गांव किसान आंदोलन का दुर्ग बनेगा।
टिकैत ने आरोप लगाए कि गेहूं की खरीद में घोटाला हुआ है जल्दी ही हम इसका खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों से 1200, 1400 रूपए प्रति कुंतल की दर से गेहूं लिया गया और इसे खरीदकर व्यापारियों ने एमएसपी पर सरकारी केंद्रों पर बेच दिया है। इसके सारे दस्तावेज हमने जुटा लिए हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा युवा ‘थ्री टी’ पर काम करता है। इसका मतलब है कि जब वह फौज में जाता है तो वहां टैंक चलाता है। जब गांव में आता है तो खेती करते हुए ट्रैक्टर चलाता है और जब खाली होता है तो ट्विटर चलाता है।
उन्होंने कहा कि यूपी में बिजली सबसे महंगी हो गई है। महंगाई से किसानों की कमर टूट गई है। पूरे प्रदेश में आवारा पशुओं की समस्या से किसान त्रस्त है। गौशाला के नाम पर शोषण और भ्रष्टाचार हो रहा है।
उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन के चार चरण होंगे। पहला, प्रदेश के सभी संगठनों के साथ संपर्क करना। दूसरा, मंडलवार किसान कन्वेंशन और बैठक। तीन, पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में पंचायत। चार सभी मंडल मुख्यालयों पर महापंचायत।