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- Azam Khan’s Troubles Increased As Soon As He Reached Jail, CBI Court Summoned In Jal Nigam Scam, Will Appear On July 19 Through Video Conferencing
लखनऊ17 मिनट पहले
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मेदांता अस्पताल से स्वस्थ होकर सीतापुर जेल वापस लौटे पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई हैं। सपा सरकार में हुए जल निगम भर्ती घोटाले में CBI की विशेष अदालत ने आजम खां को तलब किया है। 19 जुलाई को उनकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेशी करवाने के लिए कोर्ट ने सीतापुर के पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिया है।
जानकारी के अनुसार, जल निगम भर्ती घोटाले में कुछ दिनों पहले ही SIT ने चार्जशीट दाखिल किया था। इस चार्जशीट का संज्ञान लेकर CBI की लखनऊ स्थित विशेष अदालत ने आजम खां को 19 जुलाई को पेश होने का आदेश दिया है। कोरोना संक्रमित होने के बाद तबियत बिगड़ने पर आजम खां को मेदांता अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
मेदांता में डेढ़ महीने इलाज के बाद जेल में शिफ्ट हुए थे आजम
करीब डेढ़ महीने चले इलाज के बाद इसी सप्ताह उन्हें वापस सीतापुर जेल शिफ्ट किये गए थे। CBI के विशेष न्यायाधीश मनोज पांडेय ने भर्ती घोटाले के समय विभाग के तत्कालीन चेयरमैन व अभियुक्त आजम खान को उपस्थित होने का आदेश दिया है। अदालत ने मामले के अन्य आरोपियों गिरीश चंद्र श्रीवास्तव, नीरज मलिक, विश्वजीत सिंह, अजय यादव, संतोष रस्तोगी और कुलदीप नेगी को भी समन जारी किया है।
मनचाही भर्तियां करवाने के लिए ऐपटेक लिमिटेड को दी गई थी जिम्मेदारी
जल निगम भर्ती घोटाले की FIR इंस्पेक्टर अटल बिहारी की तहरीर पर 25 अप्रैल 2018 को SIT थाने में दर्ज की गई थी। आरोप पत्र के मुताबिक आजम खां सहित अन्य आरोपियों पर मनचाहे अभ्यर्थियों का चयन कराने के लिए साजिश के तहत मनचाही संस्था मेसर्स एपटेक लिमिटेड का चयन करने का आरोप है। सभी पदों पर भर्ती में एपटेक और जल निगम के बीच हुए अनुबंध के उल्लघंन का भी आरोप है।
यह भी आरोप है कि परीक्षा सम्पन्न होने के बाद उत्तर कुंजी ऑनलाइन प्रदर्शित नहीं होने के बावजूद भर्ती प्रक्रिया जारी रखी गई। प्रबंधकीय अधिकारों का हनन करते हुए अनुचति लाभ के लिए नियम के विपरीत मेसर्स ,ऐपटेक से मिलीभगत कर परीक्षा के प्राइमरी डाटा को क्लाउड सर्वर से डिलीट कराकर साक्ष्य को मिटाया गया था। चयन प्रक्रिया के दौरान रिजल्ट में अंक बढ़ाकर अपात्र उम्मीदवारों का चयन किया गया था।
2020 से ही सीतापुर जेल में बंद हैं आजम
गौरतलब है कि आजम खान फरवरी 2020 से ही सीतापुर जेल में बंद हैं। उन पर रामपुर में अवैध जमीन कब्जाने और फर्जी प्रमाणपत्र बनाने जैसे कई आरोप लगे हैं। वहीं, आजम के बेटे अब्दुल्ला पर भी फर्जी प्रमाणपत्र से जुड़े कई मामले दर्ज हैं और वे भी पिता संग जेल में ही बंद हैं। एक तरफ आजम पर 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज से ज्यादा मुकदमे दर्ज बताए जा रहे हैं तो वहीं उनके बेटे अब्दुल्ला पर भी 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं।