May 18, 2024 : 2:21 PM
Breaking News
MP UP ,CG

MP मेडिकल यूनिवर्सिटी में सर्जरी जारी:एक और उप कुलसचिव की प्रतिनियुक्ति समाप्त, जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर बुधौलिया नए कुलसचिव बने, MU की परीक्षाएं निरस्त

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Jabalpur
  • Deputation Of Another Deputy Registrar Ends, Dr Budhaulia Of Jabalpur Medical College Becomes New Registrar, All MU Exams Canceled

जबलपुर12 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
मेडिकल यूनिवर्सिटी की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही। - Dainik Bhaskar

मेडिकल यूनिवर्सिटी की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही।

मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में फेल-पास का खेल उजागर होने के बाद सर्जरी जारी है। धांधली उजागर करने वाले प्रभारी कुल सचिव को हटाए जाने के बाद अब उप कुलसचिव डॉक्टर आरपी पांडे की प्रतिनियुक्ति सेवा भी तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया गया। मेडिकल विश्वविद्यालय में फेरदबल का आलम ये है कि वर्तमान में कुलपति सहित तीन लोग ही के पुराने लोगों में बचे हैं। यही वजह रही कि विवि ने आगामी दिनों में होने वाली सारी परीक्षाएं निरस्त कर दी है।

अब एमयू की लड़खड़ा चुकी व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर के फीजियोलॉजी विभाग में पदस्थ प्रोफेसर डॉक्टर प्रभात बुधौलिया को एमयू में नया कुलसचिव बनाकर प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है। उनके साथ ही जबलपुर मेडिकल कॉलेज से ही कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर अमित बी किनारे को उपकुलसचिव बनाया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रभारी कुलसचिव डॉक्टर जेके गुप्ता के बाद उपकुलसचिव आरपी पांडे को उनके मूल विभाग में वापस कर दिया गया। उनकी मूल पदस्थापना नरसिंहपुर में आयुष विभाग में है। दोनों ही अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर 18 नवंबर 2020 को आए थे।

सीधी कार्रवाई की बजाए चेहरे बदलने पर जोर

विवि में परीक्षा-परिणाम से संबंधित धांधलियों की परतें उधड़ने के बाद पूरा मामला व्यापमं घोटाले जैसा लग रहा है। बावजूद चिकित्सा शिक्षा विभाग इसके लिए जिम्मेदार चेहरों पर सख्त कार्रवाई की बजाए। चेहरा ही बदलने में जुटा है। बिना कारण बताए प्रतिनियुक्ति आदेश वापस लिए जाने का क्रम जारी है। ठेका कंपनी माइंडलाॅजिक्स कंपनी की गड़बड़ी पर सिर्फ टर्मिनेशन की ही कार्रवाई की गई। जबकि कायदे इस कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करानी थी।

मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति से चर्चा करते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ता।

मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति से चर्चा करते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ता।

एमयू में अधिकारियों का जारी है फेरबदल, छात्रों की परीक्षा की नहीं कोई सुध

एक तरफ मेडिकल यूनिवर्सिटी में अधिकारियों का फेरबदल जारी है। दूसरी ओर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उनकी परीक्षा कराने की कोई व्यवस्था नहीं बनाई जा रही है। विवि सिर्फ परीक्षा निरस्त करने की मशीनरी बन गई है। शुक्रवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मेडिकल आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और कुलपति डॉक्टर टीएन दुबे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए इस्तीफा मांगा। एबीवीपी के महानगर मंत्री सर्वम सिंह राठौर ने आरोप लगाया कि छात्रों को छोटे-छोटे कामों के लिए भटकना पड़ रहा है।

आगामी सभी परीक्षाएं निरस्त

मेडिकल विश्वविद्यालय ने बीएससी नर्सिंग के तृतीय और प्रथम वर्ष की परीक्षा, बीएससी नर्सिंग द्वितीय वर्ष की मुख्य और सप्लीमेंट्री , बीएएमएस प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं निरस्त कर दी है। अब नया टाइम टेबल बाद में घोषित किया जाएगा। इसी के साथ ही परीक्षा फार्म भरने का फिर से अवसर भी दिया जाएगा। नवनियुक्त कुल सचिव डॉक्टर प्रभात बुधौलिया के मुताबिक वह समन्वय बनाकर काम करेंगे। पहली प्राथमिकता विवि की साख लौटाने की होगी। वहीं परीक्षाएं भी करानी है। जल्द ही नया टाइमटेबल घाेषित किया जाएगा।

ये है मामला

चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देश पर विवि में तत्कालीन कुलसचिव जेके गुप्ता की समिति की जांच में रिजल्ट बनाने वाली ठेका कंपनी माइंडलॉजिक्स इंफ्रा टेक और तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक वृंदा सक्सेना की भूमिका संदिग्ध मिली थी। इसके बाद ठेका कंपनी को टर्मिनेट करते हुए परीक्षा नियंत्रक वृंदा सक्सेना की प्रतिनियुक्ति वापस ले ली गई थी। वहीं एक लिपिक को निलंबित कर दिया गया है। कोविड संक्रमित रहते हुए भी ठेका कंपनी निजी ईमेल पर परीक्षा नियंत्रक वृंदा सक्सेना और लिपिक को भेजा गया था। कई छात्रों के नंबरों में फेरबदल किया गया था।

खबरें और भी हैं…

Related posts

Chandauli Villagers are not getting covid vaccine and misbehaving with health team | समझाने गई स्वास्थ्य कर्मियों की नहीं सुन रहे बात, टीम के सदस्यों से गांव वाले कर रहे बदसलूकी

Admin

हैंडपंप लगवाने को लेकर भिड़े दो गुट, जमकर चले लाठी-डंडे, महिला समेत पांच घायल

News Blast

कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पास जरूरी, लाइव प्रसारण से जुडेंगे श्रद्धालु; चौदह कोसी और पंच कोसी परिक्रमा में बाहरी लोगों पर प्रतिबंध

News Blast

टिप्पणी दें