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चंदौली12 मिनट पहले
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कोरोना का टीका लगवाने के लिए गई टीम की बात सुनने के लिए लोग तैयार नहीं।
कोविड वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के दिमाग में फैली गलतफहमी दूर नहीं हो रही है। शहर में तो कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार बेहतर हुई है, लेकिन अभी भी गांव में हालात अच्छे नहीं है। अभी भी गांव में कोरोना का टीका लगवाने में लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। गांव में टीके की रफ्तार बढ़ाने के लिए जब स्वास्थ्य विभाग की टीम वैक्सीन लगवाने के लिए उनको समझाने की कोशिश करती है, तो गांव वाले उनके साथ बदसलूकी कर रहे हैं। ताजा घटना चंदौली जिले बरहनी ब्लाक के मचिया और भोलापुर गांव की है। जहां गांव के लोग वैक्सीनेशन कराना तो दूर स्वास्थ्य विभाग की टीम की बात तक सुनने को तैयार नहीं हैं।
नहीं सुधर रहे गांव के हालात
जिले में टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। इसके बावजूद टीकाकरण की रफ्तार नहीं बढ़ रही है। शहरी इलाकों में तो लोग टीके को लेकर जागरुक हो गए हैं, लेकिन गांव में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे। यही वजह है कि प्रशासन को गांव में स्थिति बिगड़ने का खतरा सता रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत वैक्सीन को लेकर फैली अफवाहों के कारण हो रही है। जिससे गांव के लोग वैक्सीन लगाने के लिए तैयार नहीं हैं। गांव में कोविड टीकाकरण के लिए जा रहे स्वास्थ्य कर्मियों की टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।
गालियां दी, कहा नहीं लगवाएंगे टीका
बरहनी ब्लाक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सीएचओ प्रियतमा तिवारी के नेतृत्व में टीम मचिया और भोलापुर गांव पहुंची थी। लेकिन गांव वालों ने टीका लगवाना तो दूर उनकी बात तक नहीं सुनी। प्रियतमा ने बताया कि गांव की दलित बस्ती के लोगों ने वैक्सीन लगवाने से साफ इंकार कर दिया। इसपर टीम के सदस्यों ने उनको समझाने की कोशिश की। पर लाख समझाने के बावजूद भी वह नहीं माने। गांव वालों ने टीम को वहां से जाने के लिए कहा। यहीं नहीं कुछ लोगों ने टीम के सदस्यों के पैर पकड़े, तो किसी ने को गालियां तक दी। कहा कुछ भी हो हम टीका नहीं लगवाएंगे।
टीका सुरक्षित है, मैंने खुद लगवाया है
सीएचओ प्रियतमा ने बताया कि टीम के लोगों ने गांव वालों को बहुत समझाया पर वह टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं हैं। टीके को लेकर उनकी गलतफहमी को दूर करने के लिए टीम के लोग उनसे कहा रहे थे कि…टीका पूरी तरह सुरक्षित है। मैं खुद दोनों टीके लगवा लगवा चुकी हूं। हमें तो कुछ नहीं हुआ। लेकिन, इसके बाद भी वह मानने को तैयार नहीं हुए।
लोगों को जागरुक करने का प्रयास
डीएम संजीव सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के टीके लगवाने में जिला प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि, लोगों के दिमाग में गलतफहमी बैठ गई है। टीके को लेकर जिला प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा है। इसको लेकर ग्राम निगरानी समिति ग्राम प्रधान और अन्य तरीकों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि, शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जा सके और लोगों को कोविड महामारी से बचाया जा सके।
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