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- Two Days Ago, The Forest Department Found Illegal Chambal Sand To Be Used In The Women’s Police Station, That Sand Was Stolen.
मुरैना3 घंटे पहले
महिला थाने के सामने बची रेत को जब्त करवातीं एसडीओ श्रद्धा पांढ़रे, एवं मौजूद पुलिस अधिकारी
मध्यप्रदेश की मुरैना पुलिस गजब है। पहले चंबल की अवैध रेत से थाना बनवा रही थी, जब वन विभाग ने कार्रवाई की तो वही रेत दूसरे दिन चोरी हो गई। एसडीओ श्रद्धा पंढ़ारे ने पुलिस से पूछा कि आपकी जगह से रेत चोरी हुई, क्या कार्रवाई करेंगे? टीआई ने कहा- मेरी जगह नहीं है। पुलिस लाइन की जगह है। काम ठेकेदार का है। आप मेरे थानेदार को आवेदन दे दीजिए, एफआईआर करेंगे।
बता दें कि दो दिन पहले वन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि मुरैना कोतवाली थाने के पास महिला थाना चंबल की अवैध रेत से बन रहा है। वन विभाग की SDO श्रद्धा पांढ़रे ने जब्त रेत का पंचनामा बनाया है। इस मामले में ठेकेदार मनीष कौशिक के अलावा पेटी कान्ट्रेक्टर ग्वालियर के गिरवाई नाका निवासी बलवीर कुशवाह पुत्र हरीसिंह कुशवाह, पुलिस हाउसिंग विभाग के SDO बृजेश जाटव और सब इंजीनियर निर्भय सिंह पाल को अवैध रेत से निर्माण का आरोपी माना था। रेत को मौके पर ही छोड़ दिया गया था।
कोतवाली थाने के टीआई अतुल सिंह और एसडीओ में होती बहस।
रविवार को वन विभाग को पता चला कि 12 ट्रॉली रेत में से 10 टॉली रेत चोरी हो गई है। SDO मौके पर पहुंचीं। वहां पर मौजूद कोतवाली TI अतुल सिंह से इस संबंध में बात की। TI ने सीधे कहा कि यह मेरा मामला नहीं है। आपने हमें रेत की सुपुर्दगी नहीं दी थी। इसलिए हमारी ड्यूटी नहीं है। जब SDO श्रद्धा ने कहा, उस दिन आप भी थे। इस पर TI ने कहा कि आप कैसी बात कह रही हैं। मुझे याद नहीं है। मैंने तो आपसे की चाय पूछी थी आपने मना कर दिया था।
थाने से चंद कदम की दूरी से गायब रेत
गौर करने वाली बात यह है कि थाना और पुलिस लाइन होने के कारण इस जगह पर हमेशा पुलिस रहती है। पुलिस वालों के क्वार्टर बने हुए हैं। दिन-रात पुलिस अफसरों और कर्मियों का आना-जाना लगा रहता है। इसके बावजूद इतनी बड़ी मात्रा में मौजूद रेत चोरी हो गई और कोतवाली थाना पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
ठेकेदार ने थाने में आवेदन दिया- एसडीओ ने रुपए मांगे
वहीं दूसरी तरफ महिला थाना बनाने वाले ठेकेदार मनीष कौशिक ने कोतवाली थाना पुलिस में वन विभाग की SDO श्रद्धा पांढ़रे के खिलाफ आवेदन दिया है। आरोप लगाया है कि SDO ने रेत सैंपलिंग की कार्रवाई दुर्भावना पूर्ण की गई है। SDO पांढ़रे पर पैसे मांगने का भी आरोप लगाया है। इस आवेदन पर पुलिस हाउसिंग के सब इंजीनियर निर्भय पाल और SDO ब्रजेश जाटव के भी हस्ताक्षर हैं। यहां बता दें कि ये सब वही लोग हैं, जिनके खिलाफ SDO श्रद्धा पांढ़रे ने कोतवाली थाने में FIR दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था। इन चारों पर आरोप है कि इनकी मिली भगत से महिला पुलिस थाने में चंबल के अवैध रेत का उपयोग किया जा रहा था।
इस पूरे मामले में यह प्रश्न उठ रहा है कि अगर SDO श्रद्धा पांढ़रे ने महिला थाना बनाने वाले ठेकेदार मनीष कौशिक से पैसे मांगे थे तो उसने पहले क्यों नहीं शिकायत की? दूसरा सवाल यह है कि उसे जब पता था कि सरकारी कार्य हो रहा है तो अवैध रेत का उपयोग क्यों किया? दैनिक भास्कर ने जब कल ठेकेदार से पूछा था कि रेत किसकी है तो उसने साफ कहा था कि उसे नहीं पता रेत किस की है, लेकिन उसकी नहीं है। अब जब रेत उसकी नहीं है तो, फिर दुर्भावना किस बात की और पैसे भी किस बात के SDO ने मांगे थे। दूसरी बात यह कि अगर SDO ने ठेकेदार से पैसे मांगे थे, तो उसके द्वारा दिए गए आवेदन पर सब इंजीनियर निर्भय पाल और SDO बृजेश जाटव के हस्ताक्षर किस बात के हैं।
पैसे मांगने का सबूत दें
कोतवाली टीआई की मौजूदगी में 30 घन मीटर चंबल की रेत जब्त की गई थी। इतनी अधिक मात्रा में रेत का परिवहन संभव नहीं था। इसलिए हमने सैंपल लेकर रेत को वहां मौजूद लेबर कान्ट्रेक्टर की सुपुर्दगी में छोड़ दिया था। आज पता लगा कि रेत चोरी हो गया है। मैं वहां पहुंची तो केवल 2 घनमीटर रेत बची था। वह भरकर ले आई हूं। इसके साथ ही कोतवाली थाना में लेबर कान्ट्रेक्टर बलवीर सिंह कुशवाह के खिलाफ मामला दर्ज करने का आवेदन दिया है। जहां तक मेरे ऊपर पैसे मांगने का आरोप है, उसके वे लोग सबूत दें। अगर नहीं दे सके तो मैं उनके खिलाफ न्यायालय में मानहानि का केस दर्ज करूंगी।
श्रद्धा पंढ़ारे, एसडीओ वन विभाग
पता नहीं कौन चोरी कर ले गया
यह सही है कि SDO मैडम ने हमारी सुपुर्दगी में रेत सौंपी था। रात में हमारी लेबर रहती नहीं है। रात में कौन आया और रेत चोरी कर ले गया। मुझे इसकी जानकारी नहीं है।
-बलवीर सिंह कुशवाह, लेबर कान्ट्रेक्टर
जांच करेंगे कि रेत थाने के निर्माण में लग गया कि चोरी हो गया
हम इस मामले की जांच करेंगे कि रेत चोरी हुआ हैै कि थाने के निर्माण में उसका उपयोग किया गया है। इसके साथ ही ठेकेदार मनीष कौशिक ने भी एक आवेदन SDO के खिलाफ दिया है। आवेदन में दुर्भावना पूर्ण कार्रवाई करने व पैसे मांगने के आरोप लगाए गए हैं। आवेदन पर पुलिस हाउसिंग बोर्ड के सब इंजीनियर व SDO के भी हस्ताक्षर हैं। मैं इस मामले की जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाऊंगा और FIR दर्ज की जाएगी।
-अतुल सिंह, TI, कोतवाली थाना