टोक्यो21 मिनट पहलेलेखक: एमी गुनिया
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विशेषज्ञों का कहना है, विदेशियों और स्टाफ के लोगों से संक्रमण बढ़ेगा।
अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने जोर दिया है कि टोक्यो ओलिंपिक कोविड-19 से सुरक्षित रहेंगे लेकिन जापान में वायरस के मामले बढ़ने से खेलों और खासकर जापानी जनता की सुरक्षा पर संदेह पैदा हो गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ओलिंपिक खेलों के कारण देश में वायरस का भीषण प्रकोप हो सकता है। देश में केवल 15% लोगों को वैक्सीन लगी है। इनमें बहुत लोगों की आयु 65 साल से अधिक है। इससे युवा आबादी के खतरे में पड़ने की आशंका है।
23 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के दो सप्ताह पहले जापान में संक्रमण दो माह में सबसे अधिक है। 60 हजार एथलीट, कोच, पत्रकार और अन्य लोगों के आने की संभावना है। कोबे यूनिवर्सिटी में संक्रामक बीमारियों के विशेषज्ञ केनटारो इवाटा कहते हैं, मैं खिलाड़ियों के संबंध में चिंतित नहीं हूं। लेकिन, खेलों से पूरे जापान में वायरस फैल सकता है।
ओलिंपिक आयोजन समिति ने खेलों के लिए जापान पहुंचने वाले लोगों के लिए गाइडलाइन बनाई है। लोगों को सुरक्षा बबल में एकदम अलग की हिदायत दी गई है। आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बेच ने गुरुवार को टोक्यो पहुंचने पर कहा कि मुझे इस दिन का एक साल से इंतजार था। उन्होंने, आश्वस्त किया है कि एथलीट बेफिक्र होकर टोक्यो आ सकते हैं।
इवाटा का कहना है, अधिकतर एथलीट युवा और स्वस्थ हैं। मतलब उनके बुरी तरह बीमार पड़ने की संभावना नहीं है। खेलों में आने वाले 80% लोगों के वैक्सीनेटिड होने की उम्मीद है। दूसरी ओर जापान की 85% आबादी को अभी वैक्सीन नहीं लगी है। ओलिंपिक से जुड़े आयोजनों में कुछ लोग संक्रमित हो चुके हैं। मई में मशाल रिले के बीच 8 लोग वायरस से प्रभावित हुए थे।
चार देशों के खिलाड़ी संक्रमित पाए जा चुके हैं। कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञ पैनल के सदस्य और महामारी विद हिरोशी निशिउरा सवाल करते हैं क्या सुरक्षा उपायों के कारण जापान में संक्रमण के मामले आना बंद हो जाएंगे। क्या ओलिंपिक के कोविड-19 सुरक्षा घेरे से समाज में वायरस नहीं फैलेगा।
विशेषज्ञ तक नहीं कह सकते कि सुरक्षा दायरे के पालन कितनी कड़ाई से होता है। जापान की कोविड-19 रणनीति बनाने वाले वायरोलॉजिस्ट हितोषी ओशितानी ने कई देशों में वायरस की नई लहर के बीच हजारों विदेशी मेहमानों की मेजबानी पर चिंता जताई है। कमजोर स्वास्थ्य सुविधाओं वाले छोटे पेसिफिक देशों के खिलाड़ी भी खतरा बन सकते हैं।
समुद्र से घिरे ये द्वीप देश बाहरी लोगों की आवाजाही पर रोक के कारण बचे हुए हैं। ओशितानी का कहना है, ओलिंपिक से वायरस जापान में फैलेगा क्योंकि वालंटियर और स्टाफ टोक्यो से देश के दूसरे स्थानों में जाएंगे। मैराथन दौड़, फुटबॉल मैच सहित कई खेल टोक्यो से बाहर होंगे। सर्फिंग भी बाहर होगी।
2020 में स्थगित हो चुके हैं ओलिंपिक खेल
विशेषज्ञों का कहना है, जब सरकार हजारों विदेशियों की मेजबानी करेगी तब कोविड-19 प्रतिबंधों से उब चुके जापानियों को गर्मियों की छुटि्टयों में घरों के अंदर कैद रहने और अपने व्यवहार में बदलाव के लिए समझाना मुश्किल होगा। ओशितानी कहते हैं, कई लोग मानते हैं कि सरकार ने ओलिंपिक के लिए इमर्जेंसी लगाई है।
62% लोग आयोजन के खिलाफ
कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि खेलों का स्थगन सुरक्षित विकल्प है। कई जापानी इससे सहमत हैं। पिछले माह असाही शिम्बून अखबार ने 1500 लोगों का सर्वे किया था। इनमें 62% लोगों ने टोक्यो ओलिंपिक रद्द करने या फिर स्थगित करने के लिए कहा था। महामारी के कारण 2020 में खेल स्थगित किए गए थे।