फरीदाबादएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
फरीदाबाद। आरोपी अभिषेक पहले भी धोखाधड़ी के मामले में दो बार जेल जा चुका है। रिमांड के बाद तीनों आरोपी जेल भेज दिए गए।
इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन्होंने NCR में 6 माह में 40 वारदातों को अंजाम देकर करीब 60 लाख रुपए की ठगी लोगों से की है। इन आरोपियों के नाम अभिषेक, अमित व राजेंद्र हैं। जबकि गिरोह का चौथा आरोपी प्रवीण फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
साइबर थाना पुलिस के अनुसार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। इस दौरान पूछताछ में सामने आया कि गिरोह का चौथा आरोपी प्रवीण पॉलिसी धारकों का डाटा कहीं से खरीद कर लाता था। इसके बाद उसमें यह देखता कि किस पॉलिसी की वैधता खत्म होने वाली है और कौन सी पॉलिसी की किस्त बकाया है। कौन सी पॉलिसी सस्पेंड हो चुकी है। इसी जानकारी के आधार पर फिर ये पॉलिसी धारकों को फंसाते थे। साइबर थाना के अनुसार सारी जानकारी होने के बाद आरोपी पालिसी धारकों को फोन करते। उन्हें इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यूअल कराने व उस पर कैशबैक दिलाने या जिस पॉलिसी की किस्त बकाया होती उसे दोबारा चालू कराने के नाम पर धोखाधड़ी से अपने बैंक खातों में उनसे पैसे डलवाते। पैसा बैंक में आने के बाद आरोपी अपना मोबाइल नंबर बंद कर देते और ATM के माध्यम से सारे पैसे निकाल लेते थे।
धोखाधड़ी का शिकार हुए फरीदाबाद के सेक्टर-62 निवासी मनोज ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने झांसा देकर उनसे 60500 रुपए हड़प लिए। उनकी शिकायत पर साइबर अपराध थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए जल्द आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए। इसके बाद साइबर अपराध थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत कुमार की अगुवाई में एक टीम का गठन किया गया। उसने तीन आरोपियों को NCR से गिरफ्तार कर लिया।
वारदातों के बारे में सभी थानों को सूचित कर दिया गया
आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त मोबाइल फोन, सिम कार्ड व 50 हजार रुपए बरामद हुए हैं। आरोपियों के बैंक खातों में 6 महीने में धोखाधड़ी से हासिल करीब 60 लाख रुपए का लेनदेन पाया गया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अभिषेक पहले भी धोखाधड़ी के मामले में दो बार जेल जा चुका है। आरोपियों ने NCR में करीब 40 वारदातों को अंजाम दिया है। इन वारदातों के बारे में सभी संबंधित थानों को सूचित कर दिया गया। रिमांड के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश कर उन्हें जेल भेज दिया गया। गिरोह के चौथे सदस्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी हुई है।