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- SBI ATM Was Being Tampered With In Hariganj, Khandwa, Caught By Police Under Siege; Keys Including 57 ATM Cards Seized
खंडवा6 घंटे पहले
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कंट्रोल रूम में प्रेस कॉन्फ्रेस करते पुलिस अधीक्षक।
पुलिस ने हरियाणा की मेवात गैंग के दो बदमाशों को पकड़ा है। देर रात हरिगंज स्थित एसबीआई बैंक के एटीएम में रुपए निकालने के दौरान वे छेड़छानी करते दिखे तो सिक्युरिटी गार्ड ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया। आरोपियों के पास से 57 एटीएम कार्ड समेत एटीएम खोलने की चाबी मिली है।
एसपी विवेकसिंह ने बताया, 1 जुलाई की रात थाना कोतवाली पर सूचना मिली कि एसबीआई एटीएम हरिगंज में दो बदमाश एटीएम में छेड़छाड़ कर रहे है। इस पर बैंक की सुरक्षा देखने वाली एफएसएस कंपनी से संपर्क किया, तो एटीएम में दो लोग छेड़छाड़ करते दिखे। मौके पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम मोहम्मद अंसार (25) पिता सोहराब मुसलमान निवासी जिला नूह हरियाणा बताया। आरोपी मोहम्मद अंसार के कब्जे से कई बैंकों के 87 एटीएम कार्ड, एटीएम खोलने की एक छोटी चाबी और 2500 रुपए मिले हैं। घटनाक्रम में सीएसपी ललित गठरे, कोतवाली टीआई बीएल मंडलोई, अजाक टीआई ब्रजभूषण हिरवे समेत स्टाफ की भूमिका रही।
आरोपियों के पास से जब्त एटीएम कार्ड
ऐसे करते थे लूट
आरोपी अंसार के गांव झारोकरी में अधिकतर लोग एटीएम से संबंधित फ्राॅड करने का काम करते हँ। आरोपी अंसार करीब दो माह से शहजाद के साथ में रह रहा है। शहजाद ने अंसार को एटीएम मशीन में अन्य लोगों का कार्ड लगाकर पैसा निकालना सिखाया है। दोनों लोग एवं गांव के व्यक्तियों तथा रिश्तेदारों के एटीएम कार्ड लेकर फ्राॅड करते हैं। उसके लिए संबंधित एटीएम धारक के बैंक अकाउंट में पहले रुपए डालते हैं। फिर वापस उतनी ही राशि निकालने का काम करते हैं। आरोपी अक्सर जिस बैंक का एटीएम कार्ड रहता है। उसकी उलट दूसरी बैंक के कार्ड लगा कर रुपए निकालने का काम करते हैं। जैसे ही, मशीन में राशि निकालने के लिए डाली जाती है।
उनके पास उपलब्ध एक चाबी से एटीएम को खोलकर उसे स्विच मोड में डाल देते हैं, जिससे उसमें एरर आ जाता है। इससे रुपए तो निकल जाते हैं, लेकिन संबंधित अकाउंट से रुपए नहीं कटते। इसके बाद आरोपी बैंक को रिक्वेस्ट भेजकर अपने अकाउंट में रुपए डलवा लेते हैं। संबंधित व्यक्ति को मैसेज नहीं जाता है। फिर आरोपी टोल फ्री नंबर पर फोन लगाते हैं, तो पैसा आरोपियों के खाते में आ जाता है। इस प्रकार जो पैसा मिलता है, आरोपी और रिश्तेदार जिनका एटीएम होता है। आधे-आधे बांट लेते हैं।
आरोपी के पास जितने भी एटीएम कार्ड हैं, वो आरोपी के रिश्तेदार और दोस्तों के हैं। आरोपियों की गैंग देश के हर राज्यों के तकरीबन हर शहर मे एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर घटनाओं को अंजाम देते हैं।
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