इंदौरएक घंटा पहले
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रविवार को जलभराव, निकासी व ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्तीकरण को लेकर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल का अधिकारियों पर गुस्सा फूट फूटा। उन्होंने जोनल अधिकारियों, एआरओ व सीएसआई को फटकार लगाई। कहा- आप लोग फील्ड पर जाते नहीं हो, कर्मचारियों को भेज देते हो। ये कर्मचारी दिनभर बाजार में घूम-घूमकर एक ही काम करते हैं। ऐसे निकम्मे लोगों को दूसरे काम में लगा दीजिए। और काम नहीं हो तो उन्हें वृक्षारोपण के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दें।
बैठक में शुरू से ही निगम कमिश्नर का गुस्सा अधिकारियों पर था। उन्होंंने चालानी कार्रवाई को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं। अब यह बात कहीं भी रिपीट हुई, तो यह जोनल अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी, क्योंकि आज से बाजार खुल गया है। जब भी हम चालानी कार्रवाई की बात करते हैं, तो आप सभी जोनल अधिकारी, एआरओ व सीएसआई किसी भी व्यक्ति को काम में लगा देते हो। तुम में से कोई भी चालानी कार्रवाई करने नहीं जाता है। ये जो हर जोन से दो-तीन लोग लगाए हैं। ये दिनभर बाजार में घूम-घूमकर एक ही काम करते हैं, लोगों से बदसलूकी करना।
दारोगा, सब इंजीनियर या कर्मचारी को अधिकार नहीं
उन्होंने कहा, आगे से जितनी भी चालानी कार्रवाई होनी है। कोई भी इसे लेकर लापरवाही नहीं करेगा। मुझे किसी भी जोन की सूचना नहीं आनी चाहिए। कहीं भी चालानी कार्रवाई करनी है, तो इसके अधिकार तीन ही लोगों को दिए गए हैं। जोनल अधिकारी, एआरओ व सीएसई। यह बात सभी जोनल अधिकारी अपने एआरओ को बताएंगे। कोई भी दारोगा, सब इंजीनियर या इससे नीचे का कर्मचारी चालानी कार्रवाई नहीं कर सकते हैं और न ही रसीद काट सकते हैं।
बाजार में मस्टरकर्मी, बाबू अगर घूमते मिले तो खैर नहीं
उन्होंने चेतावनी दी, अब अगर बाजार में इनमें से कोई भी व्यक्ति यह बात करते दिखाई नहीं देगा कि कौन सी दुकान खाली है, किसने मास्क नहीं लगाया है। अगर कुछ काम नहीं है, तो सभी को वृक्षारोपण के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड में भेज दीजिए, लेकिन बाजार में घू्मता हुआ किसी भी जोन का मस्टरकर्मी, बाबू या कोई भी दारोगा मिला तो यह जोनल अधिकारी जवाबदारी होगी।