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मेरठ3 मिनट पहले
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एसएसपी प्रभाकर चौधरी की फोटो।
मेरठ के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बुधवार को रात में पुलिस लाइन में सभी थाना प्रभारियों के साथ पहली क्राइम मीटिंग की। मीटिंग में सभी सीओ व एडिशनल एसपी भी मौजूद रहे। एसएसपी ने पांच थाना प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि यदि थानों में जनता की सुनवाई नहीं हुई तो समझें की दस दिन में पुलिस लाइन में मिलोगे। थानों में या कार्यालयों के समय कोई भी सिपाही या दरोगा या अन्य पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में मिला तो सस्पेंड किया जाएगा।
एसएसपी बोले-भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहींउन्होंने कहा कि यदि दबिश के नाम पर पैसे लेने संबंधी शिकायत कोई मिली तो सस्पेंड की कार्रवाई की जाएगी। यदि गश्त, पेट्रोलिंग या अन्य पुलिस की गाड़ी में डीजल या पेट्रोल अधिक खर्च हो रहा है तो वह ऐसे वाहनों के तेल खर्च के लिए पुलिस लाइन से ऑयल की व्यवस्था कराएंगे। लेकिन भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं की जाएगा।
जिन पुलिसकिर्मयों का ट्रांसफर दूसरे जिलों में हो चुका है और व जाना नहीं चा रहे हैं तो मेरठ छोड़ दें। सभी के लिए नियम बराबर हैं। एसएसपी के आने के बाद क्राइम ब्रांच और थानों में लंबे समय 11 पुलिसकर्मी जिले से दूसरे जनपदों के लिए रिलीव भी किए जा चुके हैं। एसएसपी ने कहा की पांच थानेदार अपनी कार्यप्रणाली सुधार लें, नहीं तो पुलिस लाइन में जाना होगा।
बुजुर्ग व महिलाओं की सुनवाई पहले की जाएएसएसपी ने सभी 31 थाना प्रभारियों को एक-एक हजार रुपए अपनी जेब से दिए। उन्होंने कर्मियों से कहा कि थानों में आने वाले बुजुर्ग व महिलाओं की सबसे पहले सुनवाई की जाए। चाय व पानी के लिए पूछा जाए। लेकिन लेकिन अवैध वसूली की शिकायत यदि सही पाई गई तो निलंबन होगा।
पीड़ित से पूछूंगा, इंसाफ मिला या नहींएसएसपी ने अपने ऑफिस में आने वाले सभी फरियादियों के लिए शिकायत पत्र के साथ एक पीली पर्ची भी अनिवार्य कर दी गई है। उन्होंने कहा की यदि 7 दिन में समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो बीट सिपाही से लेकर थाना प्रभारी पर कार्रवाई होगी। पीड़ित व्यक्ति से खुद पूछूंगा की पुलिस ने कार्रवाई की या नहीं। पुलिस घर पर गई या नहीं। पुलिस ने अभद्र व्यवहार तो नहीं किया।
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