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इंदौर6 मिनट पहले
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अपनी समस्याओं के समाधान के लिए महिलाएं सांसद, पूर्व विधायक और तहसीलदार से मिलीं।
आजादी के इतने सालों बाद भी यदि कहीं पर मूलभूत सुविधाओं के लिए महिलाओं को विरोध करना पड़े तो यह बहुत ही दुखद स्थिति है। लेकिन ऐसी स्थिति आज भी कई गावों में कहीं ना कहीं देखने में आ ही जाती है। अब ऐसा ही मामला गाैतमपुरा से छह किमी दूर नाेलाना गांव में सामने आया है। गांव में किसी तरह की काेई सुविधा नहीं हाेने से गुस्साई महिलाओं ने वैक्सीन नहीं लगवाने का फैसला ले लिया।
उनका कहना है कि गांव में सड़क, पानी, आवास, शिक्षा जैसी अनेक प्रकार की समस्याएं हैं। स्थिति तो यह है कि हमें आंगनवाड़ी से रुपए देकर दवाई लेना पड़ती है। ऐसे में जब तक हमें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल जातीं, तब तक हम वैक्सीन नहीं लगाएंगे। तहसीलदार बजरंग बहादुर से मिलने पहुंची महिलाओं ने तो हाथ में सुविधा नहीं ताे वैक्सीनेशन भी नहीं की तख्तियां थाम रखी थीं। हालांकि तहसीलदार, सांसद और पूर्व विधायक मनोज पटेल की समझाइश पर वे वैक्सीन लगवाने को राजी हो गईं।
सांसद शंकर लालवानी ने तत्काल पंचायत सीईओ को कॉल कर समस्या को जल्द सुलझाने को कहा।
यह कहना था महिलाओं का
उनका कहना था कि हमें आवास योजना में लाभ नहीं मिल रहा, आंगनवाड़ी की दवाएं व अन्य सामान के पैसे लेने, गांव में 5वीं के बाद स्कूल न होने, गरीबी का राशन कार्ड न होने, गैस कनेक्शन न मिलने जैसी अनेक समस्या हैं। जिसकी शिकायत कई बार कर चुके हैं, लेकिन अभी तक ध्यान नहीं दिया गया। इस दाैरान तहसीलदार बहादुर ने सभी महिलाओं की समस्याओं को सुना और संबधित पटवारी को तुरंत ग्राम नोलाना का मौका मुआयना करने के आदेश दिए और महिलाओं को आश्वासन दिया कि जो भी कार्य करवाने योग्य हाेंगे, वह जल्द की पूरे किए जाएंगे।यहां आई किरण का कहना था ना तो नल में पानी आता है, ना ही हैंडपंप है। मंत्री सरपंच के पास जाओ तो वे पटवारी के पास भेज देते हैं। पटवारी के पास जाओ तो मंत्री सरपंच के पास भेज देते हैं। मेरे पति दिव्यांग हैं, ऐसे में जब कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलेगी तो कैसे जीवन-यापन करेंगे।वेपावती ने बताया कि हमारे मोहल्ले में ना हैंपपंप है ना पानी के लिए अन्य कोई समस्या। हम अनपढ़ हैं। दिहाड़ी कर जीवन-यापन करते हैं। ऐसे में कंट्रोल से ना तो राशन मिलता है ना शक्कर। मजूदरी भी दिनभर की डेढ़ से 200 रुपए मिलती है। उतने में क्या होता है। हमने कई जगह पर शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
यह समझाइश दी तहसीलदार ने…दो महीने पहले जिसे भी कोरोना हुआ, वह जगह के लिए अस्पतालों में भटकता रहा। कहीं जगह नहीं मिल रही थी। बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। बुजुर्ग ही नहीं बड़ी उम्र के लोगों की भी जान गई। यदि वैक्सीन लग गई तो हम कोरोना बीमारी से तो सुरक्षित रहेंगे। जान का खतरा तो नहीं रहेगा। वैक्सीन लगाने से कोरोना ही नहीं दूसरी बीमारी में भी लाभ होगा। इतना ही नहीं तहसीलदार ने महिलाओं की समस्या सुनने के बाद तत्काल पटवारी को कॉल किया और कहा कि महिलाओं का कहना है कि आंगनवाड़ी में दवा रुपए देने पर मिलती है। ऐसा तो नहीं होना चाहिए तत्काल जाकर इसे देखो।
तहसीलदार ने महिलाओं को समझाइश दी।
संयोग से सांसद भी मौके पर पहुंच गएमहिलाएं अपनी समस्या लेकर तहसीदार से मिलने आई थीं, हालांकि संयोग से सांसद शंकर लालवानी भी गौतमपुरा पहुंचे थे। यह जान महिलाएं सांसद और पूर्व विधायक मनोज पटेल के पास अपनी समस्याएं लेकर पहुंच गईं। सांसद और पूर्व विधायक ने महिलाओं के गैस कनेक्शन की तत्काल व्यवस्था करवाने के आदेश दिए। वहीं, अन्य समस्यओं को लेकर जिला पंचायत सीईओ को फोन लगाया और दो दिन में ग्राम नोलाना जाकर महिलाओ की शिकायतों को हल करने को कहा। महिलाओं ने सांसद व विधायक का आभार तो माना, लेकिन साथ ही चेतावनी भी दे दी कि अगर हमारे गांव में काम नहीं हुए ताे हम दूसरा डाेज नहीं लगावाएंगे।
तहसीलदार बोले – हां पानी सहित कुछ समस्याओं को लेकर वे आई थींतहसीलदार बजरंग बहादुर ने बताया कि महिलाओं का कहना था कि उनके गांव में पीने के पानी की समस्या है। यहां पर नल जल योजना के तहत घरों तक पानी पहुंचता है, लेकिन पानी कई बार सप्ताह में एक बार आता है। गांव में हैंडपंप तक नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। आंगनवाड़ी से दवाइयां तक नहीं दी जा रही हैं। उनका कहना था कि उनकी समस्या का समाधान नहीं होगा तो वे वैक्सीन नहीं लगवाएंगी। हालांकि हमने मौके से ही पटवारी को गांव में जाकर समस्या को देखने को कहा। उसके अलावा उनकी समस्याओं को जल्द दूर करने का भी आश्वासन दिया। हमारी समझाइश के बाद वे वैक्सीन लगवाने को तैयार हो गई हैं। उनके गांव में जल्द ही कैंप लगाकर बचे लोगों को वैक्सीन लगवाया जाएगा।
सांसद बोले – समस्या का जल्द समाधान होगा, महिलाओं ने वैक्सीन लगवाने के लिए हामी भरीपूरे मामले में सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि महिलाओं ने पानी, सड़क, आवास योजना के साथ ही पट्टे को लेकर कुछ समस्याओं का जिक्र किया था। पूरे मामले में अधिकारियों को तत्काल सुनवाई को कहा है। मंगलवार को अधिकारी वहां जा रहे हैं। जो समस्या अधिकारी लेवल पर होगी, वे उसे हल करेंगे, जो शासन स्तर पर करना होगी, वह वे हमें बताएंगे। आंगनवाड़ी में पैसे देकर दवाई मिलने की शिकायत को लेकर कहा कि ऐसा तो किसी ने नहीं कहा, लेकिन यदि उन्होंने इस प्रकार से कोई शिकायत की है तो अधिकारियों को इस पड़ताल के लिए भी कह रहा हूं। सांसद ने कहा कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान करवाएंगे। महिलाओं ने वैक्सीन लगवाने के लिए हामी भर दी है। जल्द ही कैंप लगवाकर गांव में बच्चे लोगों को वैक्सीन लगवाएंगे।
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