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नई दिल्ली4 घंटे पहले
कॉपी लिंककोरोना की तीसरी लहर में दिल्ली को 35 या 40 हजार ऑक्सीजन बेड की जरूरत होगी
दिल्ली में बढ़ते ब्लैक फंगस के मामले को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जो कदम सरकार को उठाने होंगे, दिल्ली सरकार वह सभी कदम उठाएगी। यदि जरूरत पड़ी तो ब्लैक फंगस को महामारी घोषित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अभी सरकारी अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 84 मामले सामने आए हैं, पर सुनने में 200 मामले आ रहें है क्योंकि ब्लैक फंगस का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी हो रहा है। केजरीवाल ने कहा कि देखा जा रहा है कि अस्पतालों में स्टेरॉइड का प्रयोग ज्यादा हो रहे है जिससे ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने अस्पतालों और डॉक्टरों से अपील की है कि स्ट्राइड का कम से कम प्रयोग हो। उन्होंने कहा कि जो कोरोना से संक्रमित हैं, वे अपने शुगर का ख्याल रखें।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बढ़ते हुए ब्लैक फंगस के मामले को ध्यान में रखकर 3 अस्पतालों में विशेष प्रबंध किए है। केजरीवाल ने कहा कि ब्लैक फंगस की समस्या के लड़ाई के लिए एक इंट्रडिसीप्लिनरी डॉक्टर्स की टीम बनाने की भी जरूरत है।
जीटीबी, राजीव गांधी और लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में ब्लैक फंगस के इलाज के लिए हमने विशेष प्रबंध किए हैं। कई सारे निजी अस्पतालों में भी ब्लैक फंगस का इलाज किया जा रहा है इसके इंजेक्शन की बहुत ज्यादा कमी हो गई है। हमने इंजेक्शन की आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार को भी लिखा है।
हमारे पास ऑक्सीजन के टैंकर नहीं थे: अरविंद केजरीवाल
केजरीवाल ने कोरोना की तीसरी लहर मे हमें 35000 या 40000 ऑक्सीजन बेड की जरूरत पड़ेगी। कितने आईसीयू की तैयारी करनी पड़ेगी। अभी के समय हमारे पास लगभग 7000 आईसीयू बेड है। तो क्या हमें 10000 आईसीयू बेड चाहिए और इन 10000 में कितने आईसीयू बेड बच्चों के लिए होने चाहिए। सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस बार कोरोना के बिगड़े हालात में ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा किल्लत सामने आई। उस वक्त हमारे पास ऑक्सीजन के टैंकर नहीं थे।
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