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Hindi NewsInternationalChildren Suffering From Cerebral Palsy In Russia Are Being Treated Through Skydiving, Also Getting Success
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मॉस्को4 घंटे पहले
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रूस में करीब 85,000 बच्चे सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित हैं। इन्हें सिम्युलेटर स्काइडाइविंग से फायदा हो रहा है।
रूस में लगभग 85,000 बच्चे सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित हैं। यह एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जो बच्चों की शारीरिक गति, चलने-फिरने की क्षमता को प्रभावित करता है। अब ऐसे बच्चे की क्षमता बढ़ाने के लिए रूस स्काइडाइविंग का सहारा ले रहा है।
इन्हीं बच्चों में एक हैं 13 साल के मैरीन डोलिक। इस बच्चे को रूस की ‘फ्लाई विद मी’ परियोजना में भाग लेने के लिए चुना गया है जो सेरेब्रल पाल्सी से पीड़िता बच्चों को उनकी शारीरिक क्षमताओं में सुधार करने में मदद करता है। डोलिक ने अब इनडोर स्काइडाइविंग सिम्युलेटर में उड़ना सीख लिया है। वो कहता है कि मैंने अब ठीक से चलना सीख लिया है। मैं मजबूत हो गया हूं और धैर्य से सभी काम करता हूं। मैं किसी की मदद के बिना अपने दम पर बहुत कुछ करना चाहता हूं।
डोलिक का सपना भविष्य में एक इनडोर स्काइडाइविंग प्रशिक्षक बनने का है। डोलिक की मां इरीना कहती हैं कि तीन हफ्ते की ट्रेनिंग में उनके बेटे में बहुत सुधार दिखा है। हालांकि यूरोप और अमेरिका में ऐसे बच्चों के लिए इलाज के लिए स्काइडाइविंग का इस्तेमाल पहले से किया जाता रहा है।
फिजिशियनवालिदा इसानोवा का मानना है कि रूस में सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित बच्चों का इलाज मालिश से किया जाता रहा है। सिम्युलेटर उड़ानों से जोड़ों और मांसपेशियों को काम करने में मदद मिलती है जो रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग नहीं लाई जाती हैं।
हालांकि प्रोजेक्ट को वैज्ञानिक आधार देने के लिए अभी भी और अध्ययन की जरूरत है। फ्लाई विद मी प्रोजेक्ट चलाने वाली येकातेरिना इनोजेमेत्सेवा खुद सेरेब्रल पाल्सी पीड़ित लड़की की मां है। अब तक 5 से 14 वर्ष की आयु के 120 बच्चों को इस पहल के लिए चुना गया है।
1 घंटे की ट्रेनिंग 29 हजार में
रूस में करीब 85,000 बच्चे सेरेब्रल पाल्सी से पीड़ित हैं। इन्हें सिम्युलेटर स्काइडाइविंग से फायदा हो रहा है, लेकिन कुछ परिवार इसका खर्च नहीं उठा सकते हैं। इसमें एक घंटे में 29 हजार रुपए खर्च हो सकते हैं।
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