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ग्वालियर25 मिनट पहले
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नारायणी देवी ने दी कोरोना को म�
संदेश साफ है घबराहट में वायरस का असर तेजी से होता हैधैर्य रखें और डॉक्टर की सलाह से इलाज लेते रहें
ग्वालियर में एक 100 साल की बुजुर्ग महिला ने कोरोना को मात दी है। महिला ने बता दिया कि कोरोना वायरस चाहें जितना खतरनाक क्यों न हो, लेकिन इरादे मजबूत हैं और सावधानी बरतें, तो यह आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। सिर्फ 4 दिन में अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौटीं 100 वर्षीय नारायणी देवी अब स्वस्थ्य हैं। उनका कहना है कि जंग हथियारों से नहीं, हौसलों से जीती जाती है। अब बुजुर्ग महिला कोरोना की चपेट में आए लोगों के लिए मिशाल बन चुकी हैं। डॉक्टर भी उनकी दिनचर्या का अध्ययन कर रहे हैं।
शहर के वार्ड नंबर 30 स्थित सिटी सेंटर निवासी नारायणी देवी की उम्र 100 साल है। वह गंभीर ह्दय रोगी भी हैं। 5 दिन पहले हल्की खांसी, जुकाम पर बेटी ने उनका कोरोना टेस्ट कराया था। क्योंकि उनकी बेटी खुद डॉक्टर हैं और अभी अंचल के सबसे बड़े अस्पताल JAH (जयारोग्य अस्पताल) में पदस्थ हैं। बेटी ने समय रहते टेस्ट कराया।
अगले दिन नारायणी देवी की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। तत्काल उनको JAH में भर्ती कराया गया। चिंता थी कि कहीं उन्हें कुछ हो न जाए, लेकिन नारायणी देवी की बिल पॉवर के सामने कोरोना वायरस कुछ नहीं कर पाया। चार दिन में वायरस को हराकर नारायणी देवी न केवल अस्पताल से डिस्चार्ज हुई हैं, बल्कि पूरी तरह स्वस्थ हैं।
समय पर देखभाल और इच्छा शक्ति से सब संभव है
नारायणी देवी की बेटी का कहना है कि देखभाल और सही समय पर अस्पताल पहुंचाने और मजबूत इच्छा शक्ति से यह संभव हुआ है। इसलिए घर में बुजुर्ग हैं तो उनका ख्याल रखिए। जरा भी खांसी जुकाम है तो उसे अनदेखा न करें। नारायणी देवी को अभी वैक्सीन की एक भी डोज नहीं नहीं लगी थी।
अनाप शनाप खाने से बचें
बुजुर्ग नारायणी देवी ने संदेश दिया है कि युवाओं को अनाप शनाप खाने से बचना चाहिए। साथ ही सलाद ज्यादा खाना चाहिए, इससे सेहद अच्छी बनी रहती है। हौसला हमेशा जीत दिलाता है इसलिए उसे हमेशा ऊपर रखिएगा।
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