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Hindi NewsLocalMpIndoreMafia Has Also Made Wife A Partner In Crimes, Had Already Filed A Petition In The High Court, The Charge Of Possession On The Administration Itself
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इंदौर30 मिनट पहले
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खजराना पुलिस घरो पर दबिश देते हुए , इनसेट में दीपक जैन
शहर में चल रहे भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। प्रदेश में माफिया के खिलाफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। भूमाफिया में सबसे बड़ा नाम दीपक जैन उर्फ दीपक मद्दा का है। जैन ने पहले तो सहकारी संस्थाओं की जमीन हड़पकर उसे अवैध कालोनी के नियमितीकरण में शामिल कराकर पूरी जमीन पर प्लॉट काट दिए। अब समस्या यह थी कि इन प्लॉटों का स्वामित्व किस तरह हथियाया जाए, तो उसने पत्नी की भागीदारी में समता कंस्ट्रक्शन फर्म खड़ी की और उसमें प्लॉटों को हस्तांतरित कर दिया। दीपक ने इन अपराधों में पत्नी को भी भागीदार बना डाला।
मद्दा ने अयोध्यापुरी स्थित देवी अहिल्या गृह निर्माण संस्था की जमीन खरीदने के बाद कुछ दिनों पहले प्रशासन के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी कि प्रशासन उसके स्वामित्व की जमीन पर लोगों के कब्जे करा रहा है, जबकि उक्त भूमि पर सांकेतिक आधिपत्य के लिए कलेक्टर ने ही वास्तविक भूखंडधारियों को कहा था। दरअसल अयोध्यापुरी के भूखंड पीड़ित मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने बरसों से जमीन न मिलने की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को पीड़ितों को उनका हक दिलाने का आदेश दिया था। इसके बाद कलेक्टर ने सारा मामला समझते हुए मामले के निपटारे के लिए जिन भूखंडधारियों के पास रजिस्ट्रियां थीं उन्हें उनकी जमीन पर सांकेतिक कब्जे के लिए कहा था, लेकिन मद्दा ने प्रशासन के खिलाफ ही हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। हालांकि हाईकोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी, लेकिन मद्दा की हिमाकत से भड़के प्रशासन ने उसकी सारी पोल खोलते हुए बरसों के काले धंधे उजागर कर दिए और अब मद्दा भागता फिर रहा है। यदि यह पाया जाता है कि उसकी पत्नी गोरखधंधे में शामिल थी तो उस पर भी मुकदमा कायम किया जा सकता है।
पत्नी की भागीदारी– मद्दा ने हिना पैलेस बनाने के बाद जहां पत्नी की भागीदारी फर्म समता कंस्ट्रक्शन में प्लॉट ट्रांसफर कर लिए, वहीं धवन बंधुओं ने चार संस्थाओं से खरीदी जमीन इसी कॉलोनी में शामिल कराकर उसे मोमेंटो कंपनी को बेच दिया। यह जमीन जितेंद्र उर्फ राजीव पिता सूरज प्रकाश धवन उर्फ हैप्पी-लक्की द्वारा चार गृह निर्माण संस्थाओं से खरीदी गई थी, जिनके सैकड़ों सदस्य प्लॉटों के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। हैप्पी उर्फ जितेंद्र धवन धोखाधड़ी के दूसरे मामलों में पूर्व से पुलिस की हिरासत में है, जबकि राजीव उर्फ लक्की धवन फरार है। हैप्पी भी पुराने मामलों में वारंट निकलने के बाद करीब एक साल तक फरारी काटता रहा और अब उसके भाई के भी उन्हीं स्थानों पर फरारी काटने की आशंका है, जहां फरारी के दौरान हैप्पी धवन रहा था। यदि पुलिस द्वारा हैप्पी से पूछताछ की जाए तो लक्की के ठिकानों का आसानी से पता चल सकता है।
दो दिन पहले इंदौर में थी लोकेशन – दीपक जैन FIR होने के दौरान वह इंदौर में ही था। उसकी अंतिम लोकेशन पुलिस को इंदौर की ही मिली थी। उससे जुड़े नजदीकी रिश्तेदारों से पुलिस ने पूछताछ की जा रही है ।
यह था मामला – 17 जनवरी बुधवार देर रात 2 बजे को इंदौर में जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 3,250 करोड़ रुपए की जमीन भूमाफिया से मुक्त कराई गई थी ।इस पुरे मामले में कई गृह निर्माण संस्थाओ के नाम सामने आए थे। उनमे से मजदूर पंचायत गृह निर्माण, देवी अहिल्या गृह निर्माण व हिना पैलेस मजदूर पंचायत गृह देवी अहिल्या गृह निर्माण (अयोध्यापुरी कालोनी) और हिना पैलेस सहित सभी के कर्ता धरता पर FIR दर्ज कराई गई थी ।शहर के 18 भूमाफिया के खिलाफ 2 थानों में छह FIR दर्ज कराई थी ।
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