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नई दिल्ली37 मिनट पहले
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- फ्यूचर रिटेल ने अपने बयान में कहा नि कोविड-19 महामारी के चलते कंपनी का ऑपरेशन प्रभावित रहा और इसके चलते वित्तीय परिणामों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है
फ्यूचर रिटेल (Future Retail) को सितंबर 2020 की समाप्त तिमाही में 692.36 करोड़ का घाटा हुआ है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में कंपनी को 165.08 का लाभ हुआ था। वहीं, दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 5,449 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल 1,424 करोड़ रुपए था।
फ्यूचर रिटेल ने अपने बयान में कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते कंपनी का ऑपरेशन प्रभावित रहा और इसके चलते वित्तीय परिणामों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। कंपनी भविष्य की आर्थिक स्थितियों के लिए बदलाव पर ध्यान दे रही है।
बयान में कहा गया है कि कंपनी कोविड-19 महामारी के कारण अपने ग्राहकों, कर्मचारियों और उनके परिवारों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न एहतियाती उपाय करना जारी रखती है।
रिलायंस और फ्यूचर ग्रुप के बीच अगस्त में 24713 करोड़ रुपए का सौदा हुआ था। इसके तहत फ्यूचर ग्रुप का रिटेल, होलसेल और लॉजिस्टिक्स कारोबार रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड को बेचा जाएगा। इस सौदे का अमेजन डॉट कॉम विरोध कर रहा है।
अमेजन ने सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत में इस सौदे को चुनौती दी थी। अदालत ने अमेजन के पक्ष में फैसला सुनाते हुए सौदे पर अस्थायी रोक लगा दी थी। अदालत ने कहा था कि अंतिम फैसला आने तक इस डील पर आगे ना बढ़ा जाए। असल में, अगस्त 2019 में अमेजन ने फ्यूचर कूपंस में 49% हिस्सेदारी खरीदी थी। इसके लिए अमेजन ने 1,500 करोड़ रुपए का पेमेंट किया था। इस डील में शर्त थी कि अमेजन को तीन से 10 साल की अवधि के बाद फ्यूचर रिटेल लिमिटेड की हिस्सेदारी खरीदने का अधिकार होगा।
अमेजन के मुताबिक, इस डील में एक शर्त यह भी थी कि फ्यूचर ग्रुप मुकेश अंबानी के रिलायंस ग्रुप की किसी भी कंपनी को अपने रिटेल असेट्स नहीं बेचेगा। अब अमेजन फ्यूचर ग्रुप के रिटेल असेट्स रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचने पर आपत्ति जता रहा है। अब फ्यूचर ग्रुप और अमेजन के बीच चल रहा विवाद दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है। फ्यूचर ग्रुप ने दिल्ली हाईकोर्ट में अमेजन के खिलाफ दो कैविएट दाखिल की हैं।