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- Future Group Lost Rs 7000 Crore In First 4 Months Of Covid 19 So Kishor Biyani Sold It
नई दिल्ली42 मिनट पहले
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फ्यूचर ग्रुप का फाइनेंशियल और इंश्योरेंस कारोबार रिलायंस के साथ हुई डील का हिस्सा नहीं हैं।
- रिलायंस इंडस्ट्रीज और फ्यूचर ग्रुप में 24,713 करोड़ रुपए में हुआ है सौदा
- बियानी ने कहा- रिटेलर्स के लिए यह अभी तक की सबसे खराब स्थिति
फ्यूचर ग्रुप के फाउंडर किशोर बियानी ने अपनी रिटेल कंपनी को बेचने की असली वजह बताई है। बुधवार को फिजिटल रिटेल कन्वेंशन में बोलते हुए किशोर बियानी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण स्टोर बंद रहने से पहले तीन-चार महीने में 7000 हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ था। इस कारण उन्होंने फ्यूचर ग्रुप को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को बेच दिया था।
रेगुलेटरी मंजूरी का इंतजार
29 अगस्त को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल, होलसेल लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउस कारोबार को खरीदने की घोषणा की थी। यह सौदा 24 हजार 7 सौ 13 करोड़ में हुआ था। इस सौदे के तहत फ्यूचर ग्रुप कुछ कंपनियों को फ्यूचर एंटरप्राइजेज लिमिटेड में मर्ज करेगा। इस सौदे के तहत रिटेल और होलसेल कारोबार को रिलायंस रिटेल एंड फैशन लाइफस्टाइल लिमिटेड (RRFLL) में स्थानांतरित किया जाएगा। यह RRVL की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग अंडरटेकिंग को आरआरवीएल को हस्तांतरित किया जा रहा है। हालांकि, अभी तक इस सौदे को रेगुलेटरी मंजूरी नहीं मिल पाई है।
इसके अलावा कोई रास्ता नहीं था: बियानी
बियानी ने कहा कि कंपनी को नुकसान हुआ था, उससे सरवाइव करने का कोई रास्ता नहीं थी। स्टोर का किराया और कर्ज पर ब्याज जारी रहना भी बड़ी समस्या थी। उन्होंने कहा कि हमने बीते 6-7 सालों में कई अधिग्रहण किए थे। लेकिन इस बार मेरे पास कोई जवाब नहीं था। इसलिए मैंने फ्यूचर ग्रुप को बेचने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि रिटेलर्स के लिए यह अभी तक की सबसे खराब स्थिति है।
कभी भी लक्ष्य के करीब नहीं पहुंचा फ्यूचर ग्रुप
किशोर बियानी ने कहा कि हमने कारोबार को अपने लक्ष्य के 90 फीसदी मुनाफे के मुताबिक डिजाइन किया था। लेकिन हम कभी भी लक्ष्य के 70-80 फीसदी तक भी नहीं पहुंचे। उन्होंने कहा कि यदि आप 5 से 10 साल लंबी प्लानिंग बनाते हैं तो फिजिकल स्टोर के जरिए यह आसान नहीं है।
रिलायंस को मिल जाएगा बिगबाजार
इस सौदे के तहत ग्रॉसरी से लेकर कॉस्मेटिक और अपैरल की बिक्री करने वाला बिगबाजार रिलायंस इंडस्ट्रीज को मिल जागा। इसके अलावा फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस के रिटेल स्टोर फैशन भी रिलायंस को मिल जाएंगे। फ्यूचर ग्रुप का फाइनेंशियल और इंश्योरेंस कारोबार इस डील का हिस्सा नहीं हैं।
फ्यूचर रिटेल के देश में 1550 स्टोर
फ्यूचर रिटेल पूरे देश में 1550 स्टोर का संचालन करता है। बिगबाजार, एफबीबी एंड फूडहॉल, ईजी-डे, हैरिटेज फ्रैश और डब्ल्यूएच स्मिथ फ्यूचर ग्रुप के फ्लैगशिप ब्रांड हैं। फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस 354 स्टोर का संचालन करता है। इस सौदे से फ्यूचर ग्रुप को अपना कर्ज चुकाने में मदद मिलेगी।