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स्किन कैंसर को खत्म करेगा बैंडेज, मैग्नेटिक नैनोफायबर्स वाला यह बैंडेज गर्माहट देकर कैंसर कोशिकाओं का इलाज करता है

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5 घंटे पहले

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  • वर्तमान मेंं स्किन कैंसर का इलाज हायपरथर्मिया थैरेपी से भी किया जाता है, बैंडेज को इसी के विकल्प के तौर पर तैयार किया गया है
  • सर्जिकल टेप पर आयरन के ऑक्सीडाइज नैनोपार्टिकल्स और बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर लगे हैं जो गर्माहट देकर कैंसर कोशिकाओं को खत्म करते हैं

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ने ऐसा बैंडेज विकसित किया है जो स्किन कैंसर को खत्म कर सकता है। बैंडेज को मैग्नेटिक नैनोफायबर्स से तैयार किया गया है जो गर्माहट देकर स्किन कैंसर वाली कोशिकाओं को खत्म कर सकता है। फिलहाल स्किन कैंसर का इलाज सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथैरेपी से किया जा रहा है।

स्किन कैंसर के कुछ मामलों में इलाज हायपरथर्मिया थैरेपी से भी किया जाता है। इसमें हीट की मदद से कैंसर वाले टिश्यू को खत्म करने की कोशिश की जाती है। वैज्ञानिकों ने इसी थैरेपी का अलग उपाय उपलब्ध कराने के लिए बैंडेज विकसित किया है। जो कैंसर सेल्स को टार्गेट करके उन्हें खत्म करेगा।

ऐसे बना बैंडेज
इंस्टीट्यूट के मुताबिक, इस बैंडेज में आयरन के ऑक्सीडाइज नैनोपार्टिकल्स और बायोडिग्रेडेबल पॉलिमर हैं, जिसे सर्जिकल टेप पर लगाया गया है। जब इस टेप को मैग्नेटिक फील्ड मिलती है तो इसमें मौजूद मैटेरियल मिलकर गर्माहट देते हैं और कैंसर सेल्स को खत्म करने का काम करते हैं।

कैसे हुआ प्रयोग
रिसर्चर कौशिक सुनीत के मुताबिक, बैंडेज से निकलने वाली गर्माहट किस हद तक स्किन कैंसर का इलाज कर पाएगी, इसे पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने दो प्रयोग किए। पहला प्रयोग सीधे इंसानों की कैंसर कोशिकाओं पर किया गया। दूसरा प्रयोग चूहे पर किया गया। चूहे में कृत्रिम कैंसर कोशिकाओं को डाला गया।

दोनों ही प्रयोग में पाया गया कि बैंडेज से निकलने वाली हीट ने कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया। साथ ही स्वस्थ कोशिकाओं पर किसी तरह का नकारात्मक असर नहीं दिखा। न ही इनमें सूजन दिखी और न ही इनकी मोटाई बढ़ी।

दो तरह का होता है स्किन कैंसर
स्किन कैंसर की बड़ी वजह है सूरज से निकलने वाली अल्ट्रावॉयलेट किरणें। यह सबसे कॉमन कैंसर है। यह दो तरह का होता है। पहला मेलानोमा और दूसरा नॉन-मेलानोमा। इनमें सबसे खतरनाक है मेलानोमा। यह मौत का खतरा बढ़ाता है।

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