May 6, 2024 : 4:53 AM
Breaking News
अन्तर्राष्ट्रीय

ऑल पार्टी मीटिंग में हिस्सा लेने वाले मौलाना रहमान पर इमरान सरकार ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जांच एजेंसी ने समन भेजा

इस्लामाबादएक दिन पहले

  • कॉपी लिंक

फोटो पिछले साल का है। तब मौलाना फजल-उर-रहमान ने इमरान सरकार के खिलाफ मार्च निकाला था। हालांकि, बाद में नाटकीय रूप से इसे रद्द कर दिया था।

  • इमरान खान सरकार के खिलाफ पाकिस्तान के सभी विपक्षी दलों ने रविवार को ऑल पार्टी मीटिंग की थी
  • अक्टूबर से सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा, जनवरी 2021 में इस्लामाबाद तक मार्च निकालने की तैयारी

रविवार को इमरान खान सरकार के खिलाफ ऑल पार्टी कॉन्फ्रेंस करने वाले पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। इस गठबंधन के एक अहम नेता मौलाना फजल-उर-रहमान को एंटी करप्शन यूनिट नेशनल अकांटेबिलिटी ब्यूरो (नैब) ने पूछताछ के लिए तलब कर लिया है। मौलाना पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगाए गए हैं। उन्हें 1 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

मौलाना पर भ्रष्टाचार के आरोप
‘द डॉन’ न्यूज के मुताबिक, मौलाना फजल-उर-रहमान पर नैब ने भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगाए हैं। नैब प्रधानमंत्री इमरान खान के मातहत काम करती है। मौलाना दूसरी बार सरकार के खिलाफ आंदोलन करने जा रहे हैं। पिछले साल भी उन्होंने इमरान सरकार के खिलाफ मार्च निकाला था। लेकिन, आखिरी वक्त पर इसे रोक दिया था। तब कहा गया था कि फौज को दबाव में उन्होंने मार्च वापस लिया। लेकिन, इस बार मौलाना के साथ नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो की भी पार्टियां हैं।

1 अक्टूबर को पेश होने का आदेश
मौलाना को भेजे समन में उन्हें 1 अक्टूबर को जांच एजेंसी के इस्लामाबाद स्थित दफ्तर में पेश होने को कहा गया है। उन्हें बयान दर्ज कराना होगा और इसके बाद अफसर उनसे पूछताछ करेंगे। जवाब से संतुष्ट न होने पर उनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है। ऐसा दो पूर्व प्रधानमंत्रियों शाहिद खकान अब्बासी और यूसुफ रजा गिलानी के साथ हो चुका है।

लेकिन, आंदोलन जारी रहेगा
विपक्ष ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) बनाया है। एक बैनर तले तमाम विपक्षी नेता सरकार के इस्तीफे की मांग करेंगे। 1 अक्टूबर से आंदोलन शुरू होगा। जनवरी में इस्लामाबाद तक मार्च निकाला जाएगा। विपक्ष आईएसआई के पूर्व चीफ और वर्तमान में सीपैक के चेयरमैन आसिम सलीम बाजवा के इस्तीफे की मांग कर रहा है। उन पर लाखों डॉलर की विदेशी कंपनियों का मालिक होने के आरोप हैं। बाजवा इमरान के सलाहकार पद से इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन सीपैक चेयरमैन पद पर बने हुए हैं।

0

Related posts

मध्‍य प्रदेश सरकार डेढ़ साल में तय नहीं कर पाई स्‍कूली बच्‍चों को साइकिल दें या पैसा

News Blast

पाकिस्तान में बड़ा हादसा: ट्रक और बस की टक्कर में 30 लोगों की मौत, 40 से ज्यादा घायल; ये सभी ईद पर अपने घर जा रहे थे

Admin

बलूच नेशनल मूवमेंट ने भारत समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद मांगी, कहा- पाकिस्तानी सेना हमें मारने के लिए डेथ स्क्वाड चला रही

News Blast

टिप्पणी दें