नागदा3 घंटे पहले
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सफेद मोजक बीमारी से खराब किसानों की फसल के जल्द मुआवजे सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर मप्र कांग्रेस कमेटी सदस्य प्रतिनिधि बसंत मालपानी के नेतृत्व में किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रदर्शन कर एसडीएम पुरुषोत्तम कुमार को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया बीमारी और अधिक पानी खेतों में भरने से किसानों की सोयाबीन की फसल पीली हाेकर खराब हो गई है।
किसानों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में किसानों को तत्काल 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के मान से मुआवजा राशि दी जाए। वहीं वर्तमान में पटवारी हल्का के अनुसार बीमा राशि आती है, उसे शासन स्तर पर खेत इकाई के हिसाब से फसल बीमा का नियम बनाया जाए। फसल बीमा वितरण में भेदभाव होता है, इसलिए क्रॉप कटिंग के समय जब पटवारी, कृषि विभाग, बीमा कंपनी पंचनामा बनाए तो एक पंचनामे की प्रति पंचायत में भी दी जाए।
फसल बीमा की तारीख बढ़ाने की मांग भी की गई। प्रधानमंत्री सम्मान निधि कई किसानों को नहीं मिलने की बात ज्ञापन में लिखी गई और मांग की गई कि पटवारी किसानों के दस्तावेज में त्रुटि होने की बात कहकर पोर्टल पर किसानों का नाम नहीं चढ़ा रहे हैं। इस वजह से सम्मान निधि नहीं मिल रही है तो पटवारी किसानों से दस्तावेज मंगाकर त्रुटि को दुरुस्त करें। मांगें नहीं मानने की दिशा में बड़ा आंदोलन किसान हित में करने की बात कही गई।
एसडीएम से मौखिक रूप से मांग की गई कि पटवारियों की कार्यालय में बैठने का दिन व समय तय किया जाए, क्योंकि सैकड़ों रुपए बिगाड़ने के बाद जब ग्रामीण पटवारी के पास आता है उसे बैरंग लौटना हाेता है।
मुआवजा नहीं ताे किसान दिखाए काले झंडे
मालपानी ने किसानाें काे संबाेधित कर कहा कि अगर किसी पुंजीपति के यहां सुख-दु:ख का कार्यक्रम होता तो भाजपा के नेता तत्काल पहुंच जाते। इतने दिन फसलों को खराब हुए हो गए हैं, अब तक सांसद ने किसानों की सुध नहीं ली है। जैसे ही वह ज्ञापन देने पहुंचे ताे सांसद भी क्षेत्र का दाैरा करने पहुंच गए हैं। मालपानी ने किसानों एवं कांग्रेसजन से आह्वान किया है कि फसल बीमा व मुआवजा नहीं मिलता है ताे भाजपा नेताओं को ग्रामीण क्षेत्रों में काले झंडे दिखाए।
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