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- Jitu Patwari Advice To Madhya Pradesh Minister Tulsi Silawat And Ahead MP By election 2020
इंदौर15 मिनट पहले
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मंत्री तुलसी सिलावट सिंधिया समर्थक हैं और सिंधिया के साथ उन्होंने भाजपा का दामन थामा है।
- पटवारी बुधवार को मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल को मुलाकात की अनुमति के लिए कलेक्टर से मिलने गए थे
- यहां उन्होंने कहा था- सिंधिया पहले कमलनाथ सरकार को ब्लैकमेल कर रहे थे, अब शिवराज सरकार को कर रहे हैं
बुधवार को पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के एक बयान से इंदौर की राजनीति गरमा गई है। सिंधिया पर पटवारी द्वारा की गई टिप्पणी के बाद नाराज मंत्री तुलसी सिलावट ने उन्हें नसीहत दी है। सिंधिया समर्थक मंत्री ने कहा जीतू पटवारी बहुत जल्दी में हैं और उनको टीका – टिप्पणी करने से पहले सोचना चाहिए, मर्यादाएं रखनी चाहिए। कुछ लोगों को बोलने और छपास का शौक होता है। दरअसल, बुधवार को राऊ विधायक जीतू पटवारी ने कमलनाथ सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को ब्लैकमेलर बताया था और वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर भी वादाखिलाफी का आरोप लगाया था।
जीतू की बातों का ना कोई हाथ, ना पैर
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा – देश में हर व्यक्ति जानता है सिंधिया परिवार को। जीतू पटवारी जो बोलते हैं वो निराधार, बेबुनियाद है। उनकी बातों का ना तो कोई हाथ है और ना ही पैर। कांग्रेस धरातल पर चली गई है, इनके पास बोलने के अलावा कुछ भी नहीं है। जल संसाधन मंत्री ने दिवंगत मंत्री माधवराव सिंधिया के इतिहास को बताते हुए कहा की इस परिवार ने पूरा जीवन कांग्रेस को दे दिया। इन्हें यह भी याद नहीं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रमुख जीतू पटवारी से कहा कि जब लक्ष्मण सिंह गए थे, तब भी इन्होंने क्या टिप्पणी की थी। सिंधिया ने प्रदेश की प्रगति, विकास, उन्नति, अन्नदाताओं, युवाओं और माता-बहनों के लिए कांग्रेस पार्टी छोड़ी है।
जीतू पटवारी मेरे छोटे भाई पर मर्यादा में रहें
कांग्रेस अध्यक्ष पद को कांग्रेस का अंदरूनी मामला बताते हुए सिलावट ने कहा कि जीतू पटवारी बहुत जल्दी में हैं, उन्हें संयम बरतना पड़ेगा। वे मर्यादा में रहें। उन्होंने सीधे निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों को बोलने का शौक है, छपास का शौक है और अति उत्साह में इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, जो कि निंदनीय है और राजनीति में इस तरह की भाषा का उपयोग कभी नहीं करना चाहिए। मैं ऐसे बयान की निंदा करता हूं। उन्होंने कहा जीतू पटवारी मेरे छोटे भाई हैं और वे भविष्य में वो ध्यान रखें कि और इस प्रकार की टिका- टिप्पणी करना बंद करें।
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