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- Mauritius India | Indian Captain Sunil Kumar Nandeshwar Detained By Mauritius Police From Japanese Ship MV Wakashio
पोर्ट लुइस3 घंटे पहले
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मॉरिशस के समुद्री तट पर फंसा कच्चे तेल से लदा जापानी कार्गो शिप एमवी वकाशियो बीते हफ्ते दो टुकड़ों में टूट गया था। इसके कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर को मॉरिशस पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
- 25 जुलाई को मॉरिशस के पास हिंद महासागर में शिप चट्टान से टकराया था, इसके कैप्टन सुनील कुमार नंदेश्वर थे
- एमवी वकाशियो जहाज से अब तक हजारों टन तेल रिस चुका है, मॉरिशस ने इसे पार्यावरण आपदा घोषित किया है
मॉरिशस ने जापानी कार्गो शिप एमवी वकाशियो के कैप्टन सुनील कुमार नंदेश्वर को गिरफ्तार कर लिया है। 58 साल के नंदेश्वर भारतीय हैं। मॉरिशस पुलिस का आरोप है कि नंदेश्वर बर्थडे पार्टी मनाने और वाईफाई सिग्नल कैच करने के लिए जहाज को तट के करीब ले आए, जिससे वह कोरल की चट्टान से टकरा गया। यह जहाज दो हिस्सों में टूट चुका है और इससे हजारों लीटर तेल रिस गया है।
पुलिस इस जहाज के दूसरे क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ कर रही है। 25 जुलाई को यह जहाज हादसे का शिकार हुआ था। बीते हफ्ते यह जहाज दो टुकड़ों में टूट गया था। मंगलवार को नंदेश्वर को पोर्ट लुइस की कोर्ट में पेश किया गया। उन्हें 25 अगस्त तक पुलिस हिरासत में रखा जाएगा। जहाज के फर्स्ट ऑफिसर को भी गिरफ्तार किया गया है।
कार्गो कंपनी का दावा- खराब मौसम की वजह से हुआ हादसा
कार्गो शिप एमवी वकाशियो जापानी कंपनी नागाशिकी के लिए काम करने वाली मिटसुई ओएसके लाइन्स का है। कंपनी ने दावा किया था खराब मौसम की वजह से शिप चट्टान से टकराया था। इसके बाद जहाज की निचली सतह में दरार आ गई, जिससे तेल का रिसाव शुरू हुआ। तकनीकी तौर पर इसे तट से करीब 16 किलोमीटर दूर रहना था, जबकि यह सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर फंसा पाया गया।
मॉरिशस ने एनवॉयरंमेंटल इमरजेंसी घोषित की थी
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने इस मामले पर 8 अगस्त को एनवॉयरंमेंटल इमरजेंसी, यानी पर्यावरण आपातकाल, का ऐलान किया था। जहाज से तेल का रिसाव ऐसी जगह पर हुआ है जो ब्लू बे मरीन पार्क रिजर्व और आइलैंड के पास है। इससे मरीन रिजर्व पार्क के समुद्री जीवों और पौधों की कई प्रजातियों को खतरा है। रिसाव के बाद मॉरिशस के कई समुद्री तटों पर पानी का रंग काला हो गया है।
जहाज पर 2500 मीट्रिक टन कच्चा तेल लदा था
जहाज पर तीन टैंकों में 2500 मिट्रिक टन से ज्यादा कच्चा तेल लदा था। अब जहाज के टूटे हुए टुकड़ों में से एक को तट के करीब लाया जाएगा। वहीं 90 टन कच्चे तेल के साथ दूसरे टुकड़े को समुद्र में डुबाने की योजना है। पर्यावरण बचाने के लिए काम करने वाले एक्टिविस्ट ने इस पर आपत्ति जताई है। जिस जगह शिप के दूसरे हिस्से को डंप किया जाएगा वह व्हेल मछलियों के लिए प्रोटेक्टिव रीजन है। अगर ऐसा होता है तो समुद्री जीवों को नुकसान पहुंचेगा।
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