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तालाब में डूबा 10 साल का आर्यन, शव बाइक पर रखकर लाना पड़ा अस्पताल

  • पीएम कराने नहीं आई पुलिस तो परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा

दैनिक भास्कर

Jul 04, 2020, 04:00 AM IST

अशोकनगर.
जिला मुख्यालय से सटे गांव आंवरी में नहाने गए 10 साल का बालक शुक्रवार को डूब गया। जानकारी लगने पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसको खोजने का प्रयास किया लेकिन बालक नहीं मिला। कृषि विज्ञान केन्द्र के पास खेत तालाब में बालक नहीं मिलने पर पार तो तोड़कर पानी निकाला। घटना की सूचना डायल 100 को देने के बाद भी पुलिस नहीं पहुंची तो बाइक पर ग्रामीण शव लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां भी करीब 2 घंटे परिवार के लोगों को पुलिस के आने का इंतजार करना पड़ा। इस बीच परिवार के लोगों ने अस्पताल में हंगामा किया तब कही जाकर पुलिस मौके पर पहुंच पाई।
जानकारी के मुताबिक आंवरी निवासी विनोद अहिरवार का बेटा आर्यन 10 साल गांव के प्रिंस और शिवराज के साथ खेल रहा था। खेलते हुए वे एक महीने पहले बने खेत तालाब पर पहुंच गए जिसमें बारिश का पानी भर गया था। तकरीबन 20 फीट गहरे तालाब में आर्यन डूबने लगा। साथ गए बच्चों के चिल्लाने पर पास में रहने वाले परमजीत सिंह भी तत्काल वहां पहुंच गए और अपनी टीम के साथ बच्चे को बचाने तालाब में कूद गए। देखते ही देखते तालाब पर लोगों का जमावड़ा लग गया। आर्यन के चाचा गुलशन ने बताया बच्चे को बचाने के लिए सरदार जी और उनके मजदूरों को खोजबीन के दौरान बालक नहीं मिला तो उन्होंने गेंती और फावड़े से तालाब की पार को काट दिया। इसके बाद पानी निकलने के बाद बालक को शव मिला जिसको बाइक पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में दो घंटे तक पीएम हाउस में शव रखा होने के बाद भी जब पुलिस नहीं पहुंची तो परिजनों ने हंगामा कर दिया। तब कहीं जाकर पुलिस पहुंची और बालक का पीएम हो सका।

परिजन बोले-पुलिस से लेकर एंबुलेंस तक को कॉल किया था
डूबे हुए बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए परिजन और ग्रामीण गांव से शव बाइक पर रखकर जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान परिजनों ने बताया कि एम्बुलेंस से लेकर पुलिस को घटना की सूचना दी थी। ग्रामीणों का कहना था कि अगर मौके पर तत्काल सहायता मिल जाती तो शायद बालक बच जाता।

भास्कर पड़ताल : कई खंती ऐसी भी, जहां तालाब से अधिक भरता है पानी
जिले भर में अवैध उत्खनन की वजह से खंतियों में तालाब से अधिक पानी भर गया है। जहां हर साल कई घटनाएं हो रही हैं। दो दिन पहले पिपरई में भी एक बालक की इसी तरह के गड्‌ढे में डूबने से मौत हो गई। अवैध उत्खनन की वजह से बने इन गड्‌ढों में सुरक्षा के इंतजाम कराने की बात प्रशासन ने की लेकिन आज तक इन स्थानों को सुरक्षित करने में प्रशासन नाकाम रहा।
पुलिस के न होने से पीएम रुका, नाराज हुए ग्रामीण
घटना स्थल पर पुलिस नहीं पहुंची, लेकिन जब अस्पताल में भी करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करने के बाद पुलिस नहीं आई तो मौके पर मौजूद और परिजन आक्रोशित हो गए। इसके बाद उन्होंने पीएम कराने से इंकार कर ऐसे ही शव को सौपने के लिए दबाव बनाया। इसके बाद देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची तब पीएम हुआ।

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