- शिप्रा फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी ने गेहूं में बालू मिलाकर सरकारी गोदाम में पहुंचाया
- जमा होने से पहले खुला राज, राज्यमंत्री और जिलाधिकारी ने दिए कार्रवाई के आदेश
दैनिक भास्कर
Jun 07, 2020, 06:39 PM IST
ललितपुर. उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में सरकारी गेहूं खरीद में बड़ा घोटाला सामने आया है। यहां एक प्राइवेट संस्था द्वारा गेहूं में बालू मिलाकर बोरियों में भरकर वेयर हाउस पहुंचा दिया गया। वेयर हाउस से गेहूं की बोरियों को एफसीआई गोदाम में भेजने की तैयारी थी। लेकिन, उससे पहले अधिकारियों ने बोरियों को चेक किया तो उनमें गेहूं के साथ बालू मिली। इसके बाद जांच की गई तो लगभग एक हजार बोरी गेहूं में बालू मिली पाई गई। जिलाधिकारी ने जांच कराई तो मामला सही पाया गया। इसके बाद जिलाधिकारी ने संस्था पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वहीं, प्रदेश के राज्यमंत्री ने भी घपलेबाजों के विरुद्ध एफआईआर के निर्देश दिए।
अमरपुर मंडी पहुंचा था गेहूं, एफसीआई भेजने की थी तैयारी
सरकार द्वारा किसानों का गेहूं समर्थन मूल्य 1920 रुपए में खरीदने के लिए जनपद में सरकारी संस्थाओं के साथ प्राइवेट संस्थाओं का भी सहयोग लिया है। यहां ग्राम बजर्रा में शिप्रा फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा गेहूं की खरीद की गई। संस्था द्वारा 50 किलो गेहूं के वजन से भरी 1000 बोरियों में गेहूं खरीद कर सरकारी गोदाम में जमा कराने के लिए अमरपुर मंडी में वेयर हाउस भेजा गया। यहां से बोरियों को एफसीआई गोदाम में भेजने से पहले अधिकारियों ने परखी लगाकर बोरियों को देखा तो गेहूं के साथ बालू भी निकली। शक होने पर अधिकारी ने संस्था द्वारा लाई गई अन्य बोरियों में भरे गेहूं की जांच की गई तो सभी बोरियों में भारी मात्रा में बालू मिली। संस्था द्वारा किए गए घपले की जानकारी अधिकारियों ने जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ल को दी।
एसडीएम की जांच में सही मिला मामला
जिलाधिकारी के आदेश पर देर रात उप जिलाधिकारी सदर गजल भारद्वाज मौके पर पहुंची और जांच की तो मामला सही पाया गया। इसके बाद खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों ने गेहूं का सैम्पल भरकर जांच के लिए भेज दिए। खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने बोरियों को सील कर दिया है। जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ल ने संस्था के विरुद्व कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री मनोहर लाल पंथ ने कहा कि अनाज में बालू मिलाकर घपला करने वाली संस्था के विरुद्व कार्रवाई के निर्देश जिलाधिकारी को दिए हैं।