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फ्लोरिडा की हिम्मती महिला ने पार्किंग में खड़े-खड़े बेटी को जन्म दिया, दाई ने गजब की फुर्ती दिखाई और बच्चे को थाम लिया

  • पार्किंग के सीसीटीवी में कैद हुई ये घटना दुनियाभर में चर्चा का विषय
  • महिला ने बताया- मेरे अंदर पल रहे बच्चे को दुनिया में लाने के लिए मुझे हिम्मत रखनी थी

दैनिक भास्कर

Jul 02, 2020, 09:56 PM IST

वॉशिंगटन. साउथ फ्लोरिडा में रहने वाली गर्भवती महिला सुजैन एंडरसन अपने पति के साथ डिलिवरी के लिए मेडिकल सेंटर जा रहीं थीं। मेडिकल सेंटर पहुंचने से पहले ही सुजैन को लेबर पेन शुरू हुआ और पार्किंग में ही उन्होंने एक बच्ची को बड़े आराम से जन्म दिया।

घटना के बाद मां और बेटी दोनों सकुशल हैं और इस हिम्मती मां की यह कहानी सेंटर के ही डोरबेल पर लगे एक कैमरे में कैद होने के बाद दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है।

सुजैन कहती हैं कि कार से सेंटर तक पहुंचते हुए मुझे बार-बार ये अहसास हो रहा था कि मेरे अंदर पल रहे बच्चे को दुनिया में लाने के लिए मुझे इतनी हिम्मत रखने की जरूरत है और हालात बिगड़ने के बावजूद मैंने ये कर दिखाया।

  • चेहरे पर मास्क पहन रखा था 

नेचरल बर्थवर्क्स बर्थ सेंटर में काम करने वाली मिड वाइफ (दाई) लोबैना और सुजैन के पति जोसेफ डिलिवरी के समय सुजैन के पास ही खड़े थे। उन्होंने सुजैन की मदद की। जोसेफ और लोबैना ने कोरोना वायरस के इंफेक्शन से बचाव के लिए चेहरे पर मास्क पहन रखे थे।

  • सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया

जिस वक्त सुजैन की डिलिवरी हो रही थी, तभी पास में खड़े दो पुलिसकर्मी भी उन्हें देख रही थीं। लेकिन, उन्होंने कोविड-19 इंफेक्शन से बचाव के लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया और इस कपल के पास नहीं आए। सुजैन को बेटी हुई। इस कपल ने अपनी बेटी का नाम जूलिया रखा। 

सुजैन को अचानक बढ़े लेबर पेन के बाद सेंटर में पहुंचना मुश्किल हो गया था और इसी कारण मिड वाइफ लौबना पूरी तैयारी के साथ बाहर मौजूद थी।
  • पहली डिलिवरी नॉर्मल हुई थी

सुजैन कहती हैं मेरे पहली डिलिवरी नॉर्मल हुई थी। पहले बच्चे को जन्म देने में मुझे लगभग दो घंटे का समय लगा था। लेकिन, दूसरा बच्चे का जन्म इस तरह होगा, मैंने कभी नहीं सोचा था। जब सुजैन सेंटर आ रही थी तो लोबैना ने डिलिवरी की पूरी तैयार कर ली थी।

  • जन्म देते ही उसे हाथ में लिया

लोबैना ने सुजैन के लिए कमरा तैयार कर दिया था। उसने हाथ में ग्लव्स भी पहन रखे थे। उसे भी इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि सुजैन की डिलिवरी सड़क पर ही हो जाएगी। लोबैना ने डिलिवरी के समय सुजैन की मदद की। उसने सुजैन द्वारा बच्चे को जन्म देते ही उसे हाथ में ले लिया और बाद में एक साफ कपड़े में लपेट लिया। 

लौबना ने हालात देखते हुए सुजैन को और उसके पति जोसेफ को हौसला देते हुए डिलिवरी बाहर कराने का फैसला किया।
  • बच्चा नीचे गिर सकता था

लोबैना कहती है सुजैन के पति और मैं चाहते थे कि डिलिवरी से पहले ही सुजैन को मेडिकल सेंटर के अंदर ले जाएं, लेकिन इतना समय ही नहीं था। अगर उस वक्त हम ये प्रयास करते तो हो सकता था कि बच्चा नीचे गिर जाता या उसे चोट लग सकती थी। 

मां सुजैन और बच्चे को सहारा देकर सेंटर में ले जाती मिड वाइफ लौबना। 
  • उसे जरूरत ही नहीं पड़ी

बर्थिंग सेंटर में काम करने वाली एक अन्य मिड वाइफ ने बताया कि सुजैन की नॉर्मल डिलिवरी के लिए हमने खूबसूरत टब का इंतजाम कर रखा था। हम उसे एरोमाथैरेपी भी देना चाहते थे। लेकिन इन सबकी उसे जरूरत ही नहीं पड़ी। 

  • बेबी बर्थ को फील किया है

सुजैन ने इस पल को समझदारी के साथ हैंडल किया। वे कहती हैं ये मेरी दूसरी डिलिवरी थी। इससे पहले भी मैने एक बार बेबी बर्थ को फील किया है। शायद इसीलिए मैं शांत रही। अब मैं एक बार फिर मां बनने की खुशी को महसूस कर रही हूं। 

पार्किंग एरिया में जन्मी सुजैन की बेटी जूलिया।

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