गुरदासपुर में सीमा सुरक्षा बल के एक जवान की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मरने से पहले वह छुट्टी मांग रहा था, लेकिन इससे पहले ही भेदभरे हालात में उसकी जान चली गई। साथी फौजियों के द्वारा नींद की झपकी में गाड़ी से गिर जाने से मौत की बात की जा रही है, जबकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने संदेह खड़ा कर दिया है। वीडियो में फौजी को उसे मार दिए जाने के प्लान के बारे में बात करते देखा जा सकता है। फिलहाल सेना के उच्च अधिकारियों की तरफ से इस मसले की गहनता से जांच की बात की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला पूर्ण सिंह बीएसएफ में 89 बटालियन स्वीपर की पोस्ट पर सेवारत था। इन दिनों वह बटालियन के भारत-पाक सीमा पर स्थित शिकार माछियां हेडक्वार्टर में तैनात था। घर में पूर्ण सिंह की पत्नी, दो बेटियां व एक बेटा है। वे सभी अलीगढ़ में रहते हैं। मंगलवार को उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई।
बटालियन के जवानों ने बताया कि पूर्ण सिंह के माता-पिता के साथ पड़ोसियों ने मारपीट की थी। इसके चलते वह तनाव में था। मार्च माह में एक महीने की छुट्टी काटकर लौटा पूर्ण सिंह परिवार के झगड़े के कारण दोबारा छुट्टी मांग रहा था। इसी बीच मंगलवार को जब गाड़ी में बटालियन के हेडक्वार्टर आ रहा था तो नींद की झपकी आने की वजह से वह गाड़ी से नीचे गिर गया। सिर पर गहरी चोट आने से उसकी मौत हो गई।
थाना कोटली सूरत मल्ली के प्रभारी अवतार सिंह कंग के मुताबिक इस मामले में बीएसएफ जवानों के बयान पर धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए पूर्ण सिंह के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है।
दूसरी ओर सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में जवान पूर्ण सिंह ने अपनी जान को खतरा बताया है। जवान कहता नजर आ रहा है, 'मैं बीएसएफ की 89 बटालियन का जवान बोल रहा हूं। मुझे मां-बाप से मिलने की बहुत इच्छा हो रही है। मुझे मारने का पूरा प्लान बना लिया गया है।'
इस वीडियो के वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। हालांकि डीआईजी राजेश शर्मा का कहना है कि पूर्ण सिंह के सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो की पुलिस से जांच करवाई जाएगी। इसके अलावा उसके माता-पिता के साथ झगड़ा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीसी व एसएसपी को लिख दिया गया है।
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