- रंगभेद विरोधी मुहिम #Blacklivesmatter के तहत इन कंपनियों ने अपने उत्पादों के नाम व प्रचार से फेयर, व्हाइट जैसे शब्द हटाना शुरू किया है
- एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर अपने ब्रैंड फेयर एंड लवली का नाम बदलने का ऐलान कर चुकी है
दैनिक भास्कर
Jul 01, 2020, 02:28 PM IST
नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी लॉरियल (L’Oreal) अब अपने स्कीन प्रोडक्ट्स से ‘व्हाइटनिंग’, ‘फेयर’ और ‘लाइटनिंग’ जैसे शब्द को हटा दिया है। कंपनी अब इसकी जगह ग्लो (Glow) शब्द का इस्तेमाल करेगी। सभी स्कीन केयर प्रोडक्ट्स में व्हाइटनिंग और फेयर की जगह ‘ग्लो’ शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा।
बता दें कि पिछले हफ्ते ही हिंदुस्तान यूनीलिवर के फेयर एंड लवली के बाद दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक कंपनी लॉरियल पेरिस भी अपने स्कीन प्रोडक्ट्स से ‘व्हाइटनिंग’, ‘फेयर’ और ‘लाइट’ जैसे शब्द को हटाने का फैसला लिया था। लॉरियल की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि लॉरियल ग्रुप स्कीन कलर बदलने वाले प्रोडक्ट्स को लेकर उठ रहे विरोधों को स्वीकार करती है। कंपनी अब अपने सभी प्रोडक्ट्स से फेयर, ब्राइटनिंग और व्हाइटनिंग जैसे शब्दों को हटाएगी।
रंगभेद विरोधी मुहिम के बाद लिया फैसला
रंगभेद विरोधी मुहिम #Blacklivesmatter के तहत इन कंपनियों ने अपने उत्पादों के नाम व प्रचार से फेयर, व्हाइट जैसे शब्द हटाना शुरू किया है। एशिया, अफ्रीका और कैरिबियाई देशों में फेयर शब्द को लेकर विवाद हुआ था। इससे पहले जॉनसन एंड जॉनसन ने भी अपनी त्वचा निखारने वाली क्रीम की बिक्री बंद कर दी थी। बता दें कि अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड (George Floyd) की हत्या के बाद रंगभेद के खिलाफ अभियान चलाया गया था।
हिंदुस्तान यूनिलीवर ले चुकी है फैसला
एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) अपने ब्रैंड फेयर एंड लवली (Fair & Lovely) का नाम बदलने का ऐलान कर चुकी है। कंपनी ने फेयर एंड लवली से फेयर शब्द को हटाने की बात कही है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नया ब्रैंड नाम सभी मंजूरी के बाद लॉन्च किया जाएगा। बता दें कि लाॅरियल कंपनी के पास मेबी लाइन और गार्नियर जैसे प्रोडक्ट हैं। यूनिलीवर और लॉरियल दोनों स्कीन व्हाइटनिंग क्रीम के वैश्विक बाजार में बड़ी कंपनियां हैं। वैश्विक बाजार में स्कीन व्हाइटनिंग क्रीम के उपयोग के मामले में लॉरियल और यूनिलीवर दोनों के प्रोडक्ट एशियन, अफ्रीकन और कैरिबियन देशों में उपयोग किए जाते हैं। देश में गोरेपन की क्रीम के बाजार का 50-70 फीसदी हिस्सा फेयर एंड लवली के पास है। यूनिलिवर कंपनी सिर्फ फेयर एंड लवली ब्रैंड से ही भारत में सालाना 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा का कारोबार करती है।