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चीन की नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी का डाटा लीक, देश में 84 हजार नहीं, 6.4 लाख मरीज थे

  • चीन ने कोरोना के केस सिर्फ 84 हजार ही बताए जबकि चीन के 230 शहरों में कोरोना के केस थे
  • नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी की हर एंट्री में कन्फर्म केस, तारीख और स्थान दर्ज है

दैनिक भास्कर

May 17, 2020, 06:16 AM IST

बीजिंग. चीन कोरोनावायरस के मामलों की असल संख्या छिपा रहा है, यह सवाल पिछले दो-तीन महीनों में कई बार उठा है, पर इसे लेकर कोई पुख्ता सुबूत नहीं मिले थे। अब एक ताजा खुलासे में कहा गया है कि चीन में 84 हजार नहीं बल्कि 6.4 लाख लोग कोरोना से संक्रमित थे। यह जानकारी मिलिट्री के नेतृत्व में चलने वाली नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी से लीक हुई है।

इस डाटा के मुताबिक, चीन में कोरोना के चरम के दौरान मरीजों की संख्या 6.4 लाख तक थी। हालांकि, चीन ने आधिकारिक रूप से 84 हजार 29 मामलों की बात ही स्वीकारी है। इस लीक डेटा में देश के 230 शहरों के 6.4 लाख लोगों की जानकारी मौजूद है। हर एंट्री में कन्फर्म केस, तारीख और स्थान दर्ज हैं, जो कि फरवरी की शुरुआत से लेकर अप्रैल अंत तक के हैं।

लोकेशन में अस्पताल, रिहायशी अपार्टमेंट, होटल, सुपरमार्केट, रेलवे स्टेशन, रेस्तरां, स्कूल और यहां तक कि फास्टफूड चेन की ब्रांच तक शामिल हैं। माना जा रहा है कि हर एंट्री कम से कम एक केस से जुड़ी हुई है, जिसका साफ मतलब है कि देश में कम से कम 6.4 लाख लोग कोरोना से संक्रमित थे।

चूंकि इसमें नाम दर्ज नहीं हैं, तो केस की पुष्टि मुश्किल है
सार्वजनिक संसाधनों से जुटाया गया डाटा, संख्या ज्यादा भी हो सकती है यह दावा किया जा रहा है कि संख्या 6.4 लाख से ज्यादा और कम भी हो सकती है। यूनिवर्सिटी की साइट पर लिखा गया है कि डाटा जुटाने में विभिन्न सार्वजनिक संसाधनों का इस्तेमाल किया है। चूंकि इसमें नाम दर्ज नहीं हैं, तो केस की पुष्टि मुश्किल है।

इससे पहले चीन के खिलाफ इससे जुड़े आरोप लग रहे हैं। उस पर कोरोना मरीजों की संख्या दबाने के आरोप हैं। वहीं, चीन का दावा है कि वह कोरोना से निपटने में कामयाब रहा। समय रहते उसने जरूरी किट और दवाई खरीद ली, ताकि संक्रमण को रोका जा सके।

फरवरी से अप्रैल अंत तक के मरीजों की सूची में जीपीएस कोडिंग भी दर्ज

चीन में कोरोना से निपटने में देश की सेना की बड़ी भूमिका है। सेना ने क्वारैंटाइन सेंटर, ट्रांसपोर्ट सप्लाई और मरीजों को ठीक करने में बहुत मदद की है। ऐसे में चीन के सैन्य अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा डाटा काफी विश्वसनीय कहा जा सकता है। इस डेटा से यह भी खुलासा हुआ है कि संक्रमण की जद में 230 शहर थे। इसमें फरवरी से लेकर अप्रैल अंत तक संक्रमित लोगों की सूची है। जबकि संक्रमित मरीजों के मिलने के स्थान की जीपीएस कोडिंग भी दर्ज है।

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