May 17, 2024 : 2:43 PM
Breaking News
Other

कोरोना की चौथी लहर, 3 में से हर एक भारतीय की राय

 देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी होने लगी है। कई राज्यों ने मास्क को फिर से अनिवार्य कर दिया है। इस बीच एक चौंकाने वाला सर्वे आया है। सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 34% भारतीयों ने माना है कि देश में कोरोना की चौथी लहर अप्रैल में ही शुरू हो चुकी है। यानि तीन में से हर एक भारतीय का कहना है कि चौथी लहर आ चुकी है। जबकि बाकी 66 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अभी चौथी लहर आने में वक्त है। मतलब यह हुआ कि 3 में से 2 भारतीय ने कहा है कि चौथी लहर इस साल तक आ भी सकती है और नहीं भी। पढ़िए कोरोना की चौथी लहर पर लोगों की राय…

देश में कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच एक बार कोरोना केसों में उछाल देखने को मिला है। गुरुवार को नए केस 3000 पार कर गए और अब एक्टिव मरीजों की संख्या 17 हजार पार हो गई है। राजधानी दिल्ली में कोरोना केस लगातार 1000 पार कर रहे हैं। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना केसों के मद्देनजर राज्य सरकारों ने मास्क और सोशल डिस्टेसिंग को एक बार फिर अनिवार्य कर दिया है। उधर, केंद्र सरकार भी बढ़ते कोरोना केसों को लेकर चिंतित है। बीते रोज पीएम मोदी ने राज्य सरकारों से बातचीत करके कोरोना केसों की रोकथाम पर चर्चा की थी !

इस बीच सामुदायिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लोकलसर्किल द्वारा सर्वेक्षण किया गया। देश के 341 जिलों से 36,000 लोगों से प्रतिक्रियाएं ली गई। लोकलसर्किल के संस्थापक सचिन तापरिया ने बताया, “हमारे सर्वेक्षण में 3 में से 1 भारतीय ने माना है कि अप्रैल माह में ही कोरोना की चौथी लहर शुरू हो चुकी है, जबकि 3 में से 2 अभी ऐसा नहीं सोचते हैं।”

क्या कहता है सर्वे
लोकल सर्किल द्वारा किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, 34 प्रतिशत भारतीयों का मानना है कि अप्रैल माह में ही कोरोना की चौथी लहर आ चुकी है। लगभग 13% का मानना ​​है कि चौथी लहर मई और जून में शुरू आ सकती है। जबकि, 7% लोग जुलाई और अगस्त और 4% लोग सितंबर और अक्टूबर में चौथी लहर की भविष्यवाणी कर रहे हैं। जबकि, 29% लोगों ने कहा है कि साल 2022 में कोरोना की चौथी लहर की कोई संभावना नहीं है। वहीं, 4% लोगों ने कहा है कि कम से कम अगले छह महीनों तक चौथी लहर की संभावना नहीं है।

चौथी लहर को काबू कर पाएगा हेल्थ सिस्टम?
वहीं, सर्वेक्षण में शामिल 55% लोगों ने कहा कि वे “अत्यधिक आश्वस्त” हैं कि भारत में चिकित्सीय एक्सपर्ट्स चौथी कोविड लहर की स्थिति में चीजों को प्रभावी ढंग से संभालने में सक्षम होंगे। अन्य 29% ने कहा कि वे “कुछ हद तक आश्वस्त” हैं। जबकि 4% लोगों को इसकी बेहद कम संभावना है। वहीं, 8% लोगों ने कहा है कि वे सरकार से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखते कि वो चौथी लहर को काबू कर लेंगे।

Related posts

पंचतत्व में विलीन हुए सिद्धार्थ शुक्ला, मां ने कांपते हाथों और नम आंखों से दी बेटे को मुखाग्नि

News Blast

प्रधानमंत्री की सुरक्षा हाल के दशकों में कैसे मज़बूत होती गई?

News Blast

MP 10th Board Result 2022 : पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा, पढ़िए सेकेंड टॉपर आयुष के बारे में

News Blast

टिप्पणी दें