अजमेर5 मिनट पहले
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने 12वीं के बाद अब 10वीं का रिजल्ट भी घोषित कर दिया है। दसवीं का परीक्षा परिणाम 99.56% रहा है। यह पिछले साल की तुलना में 18.64% ज्यादा है। लास्ट ईयर का रिजल्ट 80.64 प्रतिशत रहा था। इस साल लड़कों का पास प्रतिशत 99.51 और लड़कियों का 99.52 रहा है। 12,04,606, छात्र फर्स्ट डिवीजन से पास हुए। 44,875 स्टूडेंट्स ने सेकंड जबकि 352 छात्रों ने थर्ड डिवीजन हासिल किया है। एक छात्र का सप्लीमेंट्री आया है। इस साल 10वीं बोर्ड में 12 लाख 55 हजार 385 छात्र-छात्राएं थे। इनमें से 12 लाख 49 हजार 833 पास हुए हैं।
बोर्ड के मुताबिक दसवीं की परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले 12 लाख 14 हजार 512 परीक्षार्थी थे। दसवीं मूक-बधिर परीक्षा के लिए 1763 विद्यार्थियों ने आवेदन किए। 10वीं वोकेशनल परीक्षा के लिए 48 हजार 846 स्टूडेंट ने आवेदन किए। प्रवेशिका परीक्षा के लिए 8355 स्टूडेंट ने आवेदन किए।
यहां देख सकेंगे परिणाम
बोर्ड का यह परिणाम वेबसाइट www.rajeduboard.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध होगा। जिस पर अपना रोल नंबर डालकर परिणाम देखा जा सकता है।
वर्ष 2020 का परीक्षा परिणाम : 80.64 %
10वीं की परीक्षा में कुल 11 लाख 78 हजार 570 स्टूडेंट ने फार्म भरे थे। 11 लाख 52 हजार 201 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। 9 लाख 29 हजार 45 स्टूडेंट पास हुए। परिणाम 80.64 प्रतिशत रहा।
24 जुलाई को घोषित किया था 12वीं का रिजल्ट
RBSE वर्ष 2021 की सीनियर सेकेंडरी परीक्षा का परिणाम 24 जुलाई की शाम आया था। बोर्ड के 64 साल के इतिहास में यह पहला मौका था, जब बोर्ड ने 12वीं आर्ट्स, साइंस व कॉमर्स का परिणाम एक साथ जारी किया। साइंस का 99.52, आर्टस 99.19 और कॉमर्स का 99.73 प्रतिशत रिजल्ट रहा। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा बोर्ड परिसर स्थित कॉन्फ्रेंस हाॅल में परिणाम घोषित किया था।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने पहली बार 12वीं आर्ट्स, कॉमर्स व साइंस का रिजल्ट एक साथ घोषित किया था। कोरोना के कारण बोर्ड ने 64 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 10वीं का रिजल्ट भी शुक्रवार शाम घोषित कर दिया, यह पहला मौका होगा, जब एक वीक में बोर्ड ने 10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित किया। पहले इन रिजल्ट को घोषित करने में करीब एक से डेढ़ महीने का समय लगता था।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की स्थापना 4 दिसंबर 1957 को हुई थी। हर साल बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करता था। इस बार कोरोना के कारण परीक्षा नहीं हो पाई। सरकार ने स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का निर्णय लिया। मार्क्स के लिए राज्य सरकार ने कमेटी का गठन किया। कमेटी के बताए फार्मूला के आधार पर स्कूलों ने अपना रिजल्ट तैयार कर बोर्ड को भेजा है। इसके बाद बोर्ड ने अपना परीक्षा परिणाम घोषित किया।
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