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प्रेरक कथा: हालात को देखने का नजरिया हमें जीवन में सुख और सफलता दिलाता है, इसीलिए हमेशा सकारात्मक सोचें

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16 दिन पहले

कॉपी लिंकएक व्यक्ति को नशे की लत थी, उसके दो बेटे थे, एक बेटा दिनभर नशे में रहता था और दूसरा बेटा बड़ा अधिकारी बन गया था

जिन लोगों की सोच हर परिस्थिति में सकारात्मक रहती है, वे लोग ही जीवन में सुख और सफलता प्राप्त करते हैं। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। जानिए ये कथा…

पुराने समय में एक व्यक्ति को नशे की लत थी। वह दिनभर नशे में रहता था, उसकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी थी। इस व्यक्ति के दो बेटे थे। जब बेटे थोड़े बड़े हुए तो उनके पिता की भी मृत्यु हो गई। बड़ा बेटा पिता की तरह ही नशे की लत में फंस गया। उसकी हालत भी पिता की तरह ही गई। जबकि, छोटा बेटा पढ़-लिख बड़ा अधिकारी बन गया।

अधिकारी बेटे के पास सुख-सुविधा की हर चीज थी। समाज में मान-सम्मान मिलता था। लोग इस बात से हैरान थे कि एक भाई नशे में डूबा रहता है, जबकि दूसरा भाई बड़ा अधिकारी बन गया है।

कुछ लोगों ने बड़े बेटे ये बात पूछी कि उसकी इतनी बुरी हालत किसकी वजह से है?

बड़े बेटे ने कहा कि मेरे पिता की वजह से मेरी ऐसी हालत हो गई है। वे दिनभर नशा करते थे। मैं उन्हें देखा करता था और उन्हीं की तरह बन गया हूं।

इसके बाद लोग दूसरे बेटे के पास पहुंचे और उससे भी यही सवाल पूछा कि तुम इतने सफल किस व्यक्ति की वजह से बने हो?

छोटे बेटे ने कहा कि मैं मेरे पिता की वजह से आज इतना सफल इंसान बन सका हूं।

ये सुनकर सभी लोग चकित रह गए। उन्हें बात समझ नहीं आई। सभी पूछा कि पिता की वजह से कैसे सफलता मिली है, कृपया ठीक से बताएं।

छोटा लड़का बोला कि मेरे पिता दिनभर नशा करते थे। घर में लड़ाई-झगड़ा होता था। मैं ये सब देखकर सोचा करता था कि ये सारी बातें गलत हैं। मुझे इनके जैसा इंसान नहीं बनना है। मैंने इन सारी बुरी बातों से ध्यान हटाया और पढ़ाई में लग गया। मेरी मेहनत सफल हो गई और आज मैं अधिकारी बन गया हूं।

सीख- इस कथा की सीख यह है कि हर बात के दो पहलू होते हैं। ये हमारे नजरिए पर निर्भर करता है कि हम क्या सोचते हैं। जिन लोगों की सोच सकारात्मक होती है, वे सुखी और सफल हो जाते हैं। नकारात्मक सोच वाले लोग हमेशा दुखी रहते हैं।

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