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कोरोना के कारण 14 साल बाद इस बार महिलाएं रोडवेज की बसों में नहीं कर सकेंगी मुफ्त में सफर

फरीदाबाद3 घंटे पहले

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फरीदाबाद. बल्लभगढ़ रोडवेज डिपो।

  • जो बसें विभिन्न रूटों पर चलेंगी, उसमें 30 से अधिक यात्री नहीं बैठ पाएंगे, मास्क लगाना अनिवार्य
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कोरोना महामारी ने इस बार रक्षाबंधन पर भाई-बहन के बीच दूरी बना दी है। इसका असर यह हुआ कि 14 साल बाद इस बार महिलाओं को रक्षाबंधन पर हरियाणा रोडवेज की बसों में फ्री में सफर करने की सुविधा नहीं मिलेगी। सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए बस में फ्री में सुविधा देने में असमर्थता जताई है। इसके अलावा जो बसें विभिन्न रूटों पर चलेंगी उसमें भी 30 से अधिक यात्री नहीं बैठ पाएंगे।

जो महिलाएं सफर करेंगी उन्हें भी मास्क लगाना भी अनिवार्य होगा। हरियाणा सरकार के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने खुद इस बात को माना है कि लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा जब हम लोग सुरक्षित रहेंगे तभी त्यौहार मना पाएंगे। मंत्री ने महिलाओं से बसों में सोशल डिस्टेंसिंग को मेनटेन करते हुए सफर करने की अपील की है।

वर्ष 2006 में हुड्‌डा सरकार ने रक्षाबंधन और भैयादूज पर शुरू की थी मुफ्त सेवा

वर्ष 2006 में तत्कालीन हुड्‌डा सरकार ने रक्षाबंधन और भैयादूज पर दो दिन हरियाणा रोडवेज की बसों में राज्य की सीमा तक फ्री में सफर करने की सुविधा शुरू की थी। लगातार 14 साल से यह सुविधा चली आ रही थी। लेकिन इस बार कोरोना महामारी ने इस सुविधा के लिए संकट पैदा कर दिया है। इसके अलावा रोडवेज का करीब 850 करोड़ रुपए लॉकडाउन के कारण घाटे में चलना भी एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।

रोडवेज अधिकारियों ने बताया यदि किसी महिला को फरीदाबाद से मथुरा और आगरा तक आना जाना है तो उसे हरियाणा की सीमा तक ही किराए में छूट मिलती थी। लेकिन यदि कोई महिला हरियाणा की सीमा में सफर करना चाहती है तो उसे फ्री में सुविधा मिलती थी।

इन रूटों पर महिलाएं अधिक करतीं सफर

रोडवेज अधिकारियों की मानें तो फरीदाबाद से पलवल, होडल, हथीन, मथुरा, आगरा, वृंदावन, गोवर्धन, गुड़गांव, सोहना, नूंह, रेवाड़ी, भरतपुर, अलवर, पुन्हाना, अलीगढ़, बुलंदशहर, रेवाड़ी, फिरोजपुर झिरका, नजफगढ़, बादली, भिवानी, झज्जर बसें आती जाती हैं।

इसके अलावा लोकल में जवां, फतेहपुर, सरूरपुर, तिगांव, चांदपुर, अरुआ, मंझावली, कोराली, मोहना, छांयसा, हीरापुर, पन्हेड़ा आदि रूट पर महिलाएं अधिक सफर करती हैं। इन रूटों पर रक्षाबंधन से एक दिन पहले और भैयादूज की रात तक बड़ी संख्या में महिलाओं की भीड़ रहती है। रोडवेज प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी महिलाओं को पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पाती।

परिवहन मंत्री बोले जान है तो जहान है

महिलाओं को इस बार बसों में फ्री सेवा दिए जाने के सवाल पर परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि जान है तो जहान है। यदि भाई-बहन दोनों सुरक्षित रहेंगे तभी वे त्यौहार मना पाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने इस बार फ्री सेवा न देने का निर्णय लिया है। जिससे बसों में भीड़ न हो। क्योंकि फ्री सेवा होने से लोगों की भीड़ बढ़ने की संभावना है। मंत्री ने कहा बहनें इस बार मैसेज, डाक और पार्सल के माध्यम से त्यौहार मना सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन से रोडवेज को करीब 850 करोड़ का नुकसान हुआ है। सरकार को इस ओर भी देखना है।

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